REET LEVEL 2 SST भारतीय सभ्यता, संस्कृति एवं समाज | REET 2025 | सामाजिक अध्ययन ( इतिहास ) | महत्वपूर्ण प्रश्न by RPSC | December 26, 2024 Facebook फ्री टेस्ट , नोट्स और अपडेट के लिए Join करे 👇👇 Join WhatsApp Join Now Join Telegram Join Now Report a question What’s wrong with this question? You cannot submit an empty report. Please add some details. /20 88 1234567891011121314151617181920 भारतीय सभ्यता, संस्कृति एवं समाज | REET 2025 | सामाजिक अध्ययन ( इतिहास ) | महत्वपूर्ण प्रश्न 🔴महत्वपूर्ण निर्देश 🔴 ✅ टेस्ट शुरू करने से पहले कृपया सही जानकारी भरे | ✅ सभी प्रश्नों को आराम से पढ़कर उत्तर दे | ✅सभी प्रश्नों का उत्तर टेस्ट पूर्ण करने पर दिखाई देगा | ✅ टेस्ट पूर्ण करने पर सभी प्रश्नों के उत्तर विस्तार से समझाया गया है | Name 1 / 20 1. हड़प्पा स्थल का उत्खनन किस वर्ष हुआ? वर्ष 1922 वर्ष 1921 वर्ष 1931 वर्ष 1950 Solution ● वर्ष 1921 में भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग के महानिदेशक सर जॉन मार्शल के निर्देशन में राय बहादुर दयाराम साहनी ने सर्वप्रथम हड़प्पा स्थल का उत्खनन कराया। यह स्थल पाकिस्तान के पंजाब प्रान्त में स्थित साहीवाल जिले में रावी नदी के बाएँ तट पर अवस्थित है। जबकि राखालदास बनर्जी ने मोहनजोदड़ो स्थल के उत्खनन का कार्य वर्ष 1922 में करवाया। 2 / 20 2. निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए– 1. ऋग्वेद के दसवें मण्डल में जाति व्यवस्था का उल्लेख मिलता है। 2. ऋग्वेद में अन्तर्जातीय विवाह एवं बहु–विवाह का प्रचलन नहीं था। उपर्युक्त में से कौन–से कथन असत्य है/हैं– केवल 1 केवल 2 1 व 2 दोनों न ही 1 और न ही 2 Solution · ऋग्वेद के दसवें मण्डल में वर्ण व्यवस्था का उल्लेख है न कि जाति व्यवस्था का। · ऋग्वेद में अन्तर्जातीय विवाह एवं बहु विवाह का प्रचलन था। 3 / 20 3. निम्नलिखित में से ऋग्वेद के कौन-से मण्डल में गायत्री मंत्र का उल्लेख मिलता है? तीसरे में दूसरे में पहले में चौथे में Solution ● ऋग्वेद में दस मण्डल 1028 सूक्त व 10562 (लगभग 10600) मंत्र है। ● प्रथम मण्डल में 50 सूक्त कण्व ऋषि द्वारा लिखे गए। ● दूसरा मण्डल – यह गृहत्समद ऋषि का है। ● तीसरा – यह मण्डल विश्वमित्र का है। इसी मण्डल में गायत्री मंत्र का उल्लेख मिलता है। ● चौथा –यह मण्डल वामदेव का है। इसमें कृषि यंत्रों का उल्लेख मिलता है। 4 / 20 4. दशराज्ञ युद्ध किस नदी के किनारे लड़ा गया था ? सिंधु सरस्वती परुष्णी विपासा Solution आर्यों की सबसे महत्त्वपूर्ण जाति भरत थी। भरत राजा के समुदाय एवं 10 जनों के मध्य रावी नदी (परुष्णी नदी) के किनारे युद्ध लड़ा गया। इसे दशराज्ञ युद्ध कहा जाता है। इस युद्ध में भरत राजा सुदास विजयी रहे। ये त्रित्सु वंश से संबंधित थे। 5 / 20 5. निम्नलिखित में से कौन-सा संस्कार ‘गृहस्थ आश्रम में प्रवेश’ से संबंधित है? चूड़ाकर्म संस्कार निष्क्रमण संस्कार जातकर्म संस्कार समावर्तन संस्कार Solution – जातकर्म (जन्म के तत्काल बाद), निष्क्रमण (पहली बार बालक घर से बाहर निकलता है) एवं चूड़ाकर्म (मुण्डन) आदि 16 संस्कार होते हैं। 6 / 20 6. विनय पिटक का संकलन किसके द्वारा किया गया? उपालि आनन्द महाकश्यप मोगलिपुत्त तिस्स Solution – विनय पिटक का संकलन उपालि द्वारा किया गया था। इसमें भिक्षु और भिक्षुणियों के संघ एवं दैनिक जीवन संबंधी आचार-विचार नियम संगृहीत हैं। – बौद्ध धर्म के त्रिरत्न हैं- बुद्ध, धम्म एवं संघ। 7 / 20 7. निम्नलिखित में से किस शासक ने पाटलिपुत्र में तृतीय बौद्ध संगीति का आयोजन किया था? मिनांडर अशोक कनिष्क हर्ष Solution बौद्ध अनुश्रुतियों के अनुसार बुद्ध के परिनिर्वाण के 236 वर्ष बाद सम्राट अशोक के संरक्षण में तृतीय संगीति 249 ई.पू. में पाटलीपुत्र में हुई थी। इसकी अध्यक्षता प्रसिद्ध बौद्ध ग्रन्थ ‘कथावत्थु’ के रचयिता तिस्स मोग्गलीपुत्र ने की थी। विश्वास किया जाता है कि इस संगीति में त्रिपिटक को अन्तिम रूप प्रदान किया गया। यदि इसे सही मान लिया जाए कि अशोक ने अपना सारनाथ वाला स्तम्भ लेख इस संगीति के बाद उत्कीर्ण कराया था, तब यह मानना उचित होगा, कि इस संगीति के निर्णयों को इतने अधिक बौद्ध भिक्षु-भिक्षुणियों ने स्वीकार नहीं किया कि अशोक को धमकी देनी पड़ी कि संघ में फूट डालने वालों को कड़ा दण्ड दिया जायेगा। 8 / 20 8. सारगोन (मेसोपोटामिया) के अभिलेख के आधार पर हड़प्पा सभ्यता का समय माना जाता है- 3250-2750 ई.पू. 3500-2700 ई.पू. 2300-1750 ई.पू. 2500-1800 ई.पू. Solution ● सारगोन अभिलेख के आधार पर हड़प्पा सभ्यता का समय 3250-2750 ई.पू. माना जाता है। ● माधोस्वरूप वत्स के अनुसार हड़प्पा सभ्यता का समय 3500-2700 ई.पू. है। ● NCERT के अनुसार हड़प्पा सभ्यता का काल 2500-1800 ई.का माना जाता है। ● डी.पी. अग्रवाल एवं रोमिला थापर के अनुसार हड़प्पा सभ्यता का काल 2300 ई.पू.-1750 ई.पू. माना जाता है। 9 / 20 9. निम्नलिखित में से कौन-सा हड़प्पीय स्थल गुजरात में स्थित नहीं है? जूनीकूरन भगवानपुरा सुरकोटडा कुन्तासी Solution ● जूनीकूरन – कच्छ की खाड़ी (गुजरात) में स्थित यहाँ से स्टेडियम या समारोह स्थल के साक्ष्य मिले हैं। ● भगवानपुरा – हरियाणा के कुरुक्षेत्र जिले में सरस्वती नदी के दक्षिणी किनारे में स्थित इस स्थल का उत्खनन जे.पी.जोशी द्वारा किया गया था। यहाँ से ऋग्वैदिककालीन चित्रित धूसर मृद्भाण्ड (Painted Grey ware) भी प्राप्त हुए हैं। ● सुरकोटड़ा – गुजरात के कच्छ जिले में स्थित स्थल की खुदाई से नियमित आवास के साक्ष्य मिलते हैं। ● कुन्तासी – गुजरात के राजकोट जिले में स्थित इस स्थल की खुदाई एम.के.धावलिकर, एम.आर रावल तथा वाई.एम.चीतलवाल द्वारा करवाई गई। यहाँ से प्रमुख अवशेष– बंदरगाह, व्यापार -केन्द्र निगरानी स्तम्भ आदि। 10 / 20 10. संथारा प्रथा निम्नलिखित में से किस सम्प्रदाय से संबंधित है? भागवत शैव शक्ति जैन Solution – जैन धर्म में उपवास द्वारा शरीर त्यागना श्वेताम्बरों में संथारा एवं दिगम्बरों में सल्लेखना कहलाता है। – चन्द्रगुप्त मौर्य ने श्रवणबेलगोला (कर्नाटक) में चंद्रगिरि नामक पहाड़ी पर सल्लेखना द्वारा ही शरीर त्यागा था। 11 / 20 11. बोगजकोई अभिलेख में उल्लेख हैं- इन्द्र, वरुण, मित्र, अग्नि इन्द्र, मित्र, वरुण, नासत्य इन्द्र, वरुण, अग्नि, सूर्य इन्द्र, मित्र, वरुण, विष्णु Solution ● एशिया माइनर के बोगजकोई स्थान से प्राप्त सबसे प्राचीन अभिलेख 1400 ई.पू. का है। ● इस अभिलेख में वैदिक देवता इन्द्र, वरुण, मित्र व नासत्य (अश्विनी कुमार) का उल्लेख है। ● यह हित्ती व मितान्नी राजाओं के बीच संधि पत्र का अभिलेख है। 12 / 20 12. हड़प्पाकालीन किस पुरास्थल से हाथी का कपालखंड प्राप्त हुआ? मोहनजोदड़ो सुरकोटड़ा लोथल चन्हूदड़ो Solution ● चन्हूदड़ो – इसकी खोज एन.जी. मजूमदार ने वर्ष 1931 में की। यहाँ से प्राप्त एक ईंट पर कुत्ते द्वारा बिल्ली का पीछा किए जाने का चिह्न मिला है। मनके बनाने का प्रमुख केंद्र था। ● सुरकोटड़ा (गुजरात) – इसकी खोज 1964 में जगपति जोशी ने की। यहाँ से कुल चार कलश शवाधानों तथा घोड़े की हड्डियों का साक्ष्य प्राप्त होता है। ● मोहनजोदड़ो – मार्शल कहते हैं कि “पीपल देवता का वाहन एक शृंगी पशु (यूनिकॉर्न) था जो कि शायद ‘गैंडा’ था।“ शिरीन रत्नागार का सुझाव है कि “यूनिकॉर्न राजकीय चिह्न” था। मोहनजोदड़ो से यूनिकॉर्न प्रतीक वाली दो चाँदी की मुहरें मिली हैं। यहाँ से हाथी का कपालखण्ड भी प्राप्त हुआ है। 13 / 20 13. निम्नलिखित में से जैन धर्म के बाइसवें तीर्थंकर कौन थे? ऋषभदेव अरिष्टनेमी महावीर सुपार्श्व Solution – जैन परम्परा के अनुसार जैन धर्म में कुल 24 तीर्थंकर हुए हैं- उनमें 22वें तीर्थंकर अरिष्टनेमी थे। – ऋग्वेद में केवल दो तीर्थंकरों-ऋषभदेव एवं अरिष्टनेमी का उल्लेख है। 14 / 20 14. अधोलिखित कलाकृतियों में से कौन–सी हड़प्पा से प्राप्त नहीं है? R–37 कब्रिस्तान बलुआ पत्थर का पुरुष धड़ इक्का गाड़ी महाविद्यालय के साक्ष्य Solution हड़प्पा से प्राप्त कलाकृतियों में R–37 कब्रिस्तान, बलुआ पत्थर पुरुष धड़, इक्का गाड़ी, शृंगार पोतिका, स्वस्तिक का निशान आदि। महाविद्यालय के साक्ष्य मोहनजोदड़ो से प्राप्त हुए। 15 / 20 15. तीर्थंकर महावीर स्वामी का जन्म हुआ था- पावा में कुण्डग्राम में वैशाली में श्रावस्ती में Solution – महावीर स्वामी जो जैन धर्म के 24 वें एवं अंतिम तीर्थंकर थे, का जन्म वैशाली के निकट कुण्डग्राम में लगभग 599 ई. पू. में हुआ था। 16 / 20 16. आर्यों की सबसे महत्त्वपूर्ण एवं प्राचीनतम राजनीतिक संस्था कौन-सी थी? सभा समिति विदथ गण Solution ● आर.एस.शर्मा ने विदथ को आर्यों की सबसे प्राचीनतम संस्था माना है। ● अल्तेकर महोदय ने विद् का अर्थ जानने से लगाकर इसे विद्वानों की परिषद् कहा जिसमें धार्मिक विचार-विमर्श होते थे। ● सभा व समिति का उल्लेख ऋग्वेद तथा अथर्ववेद दोनों में मिलता है। ● समिति को विद्वानों ने आम जन की प्रतिनिधि संस्था माना है। ● समिति की बैठकों में राजा भी भाग लेता था। ● सभा छोटी संस्था थी जिसमें विशिष्ट व्यक्ति ही भाग लेते थे। 17 / 20 17. हड़प्पा सभ्यता के किस पुरास्थल से ‘नहर प्रणाली’ के साक्ष्य प्राप्त होते हैं ? सुत्कागेंडोर दैमाबाद शोर्तुगई मुंडीगाक Solution ● हड़प्पा सभ्यता के शोर्तुगई स्थल से नहर प्रणाली के साक्ष्य प्राप्त होते हैं। ● शोर्तुगई व मुंडीगाक दोनों स्थल अफगानिस्तान में स्थित है। 18 / 20 18. वैदिक काल में सबसे बड़ी राजनीतिक इकाई कौन-सी थी? जन कुल विश राष्ट्र Solution ● व्यवस्थित राजनीतिक जीवन की शुरुआत वैदिक में हुई थी। इस समय की सबसे बड़ी इकाई ‘राष्ट्र’ व सबसे छोटी इकाई ‘कुल’ थी। ● राजनीतिक संगठन का अवरोही क्रम राष्ट्र-जन-विश व कुल था । 19 / 20 19. निम्नलिखित में से कौन-सा ग्रंथ सोलह महाजनपदों की सूची नहीं प्रदान करता है? अंगुत्तर निकाय महावस्तु दिघ निकाय भगवती सूत्र Solution – बौद्ध ग्रन्थ ‘अंगुत्तर निकाय’, ‘महावस्तु तथा जैन ग्रंथ भगवती सूत्र’ में बुद्धकालीन सोलह महाजनपदों के नाम मिलते हैं। – दिघ निकाय सुत्त पिटक के पाँच निकायों में से एक है। – इसमें बुद्ध के उपदेशों एवं वार्तालापों का सूत्र रूप में वर्णन किया गया है। 20 / 20 20. निम्नलिखित में से कौन-सा प्राचीन जनपद राजस्थान में स्थित था? कम्बोज अवंति पांचाल मत्स्य Solution – मत्स्य जनपद आधुनिक जयपुर (राजस्थान) के आस-पास था। – विराट नामक संस्थापक के नाम पर इसकी राजधानी विराटनगर थी। – कौटिल्य ने कम्बोजों को ‘वार्ताशस्त्रोपजीवी संघ’ अर्थात् कृषि, पशुपालन, वाणिज्य तथा शस्त्र द्वारा जीविका चलाने वाला कहा है। – कान्यकुब्ज का प्रसिद्ध नगर पांचाल महाजनपद में स्थित था। Your score is 0% पुनः प्रारम्भ करे आपको यह क्विज कैसी लगी ….रेटिंग दे | धन्यवाद 😍 👇👇 Send feedback फ्री टेस्ट , नोट्स और अपडेट के लिए Join करे 👇👇 Join WhatsApp Join Now Join Telegram Join Now