REET शिक्षण अधिगम सामग्री | REET 2025 | हिंदी | महत्वपूर्ण प्रश्न by RPSC | December 25, 2024 Facebook फ्री टेस्ट , नोट्स और अपडेट के लिए Join करे 👇👇 Join WhatsApp Join Now Join Telegram Join Now Report a question What’s wrong with this question? You cannot submit an empty report. Please add some details. /10 33 12345678910 शिक्षण अधिगम सामग्री | REET 2025 | हिंदी | महत्वपूर्ण प्रश्न 🔴महत्वपूर्ण निर्देश 🔴 ✅ टेस्ट शुरू करने से पहले कृपया सही जानकारी भरे | ✅ सभी प्रश्नों को आराम से पढ़कर उत्तर दे | ✅सभी प्रश्नों का उत्तर टेस्ट पूर्ण करने पर दिखाई देगा | ✅ टेस्ट पूर्ण करने पर सभी प्रश्नों के उत्तर विस्तार से समझाया गया है | Name 1 / 10 1. रेडियो की सीमाओं को कौन- सा श्रव्य साधन दूर कर सकता है? ग्रामोफोन लिंग्वाफोन टेपरिकॉर्डर इनमें से कोई नहीं Solution रेडियों की सीमाओं को टेपरिकॉर्डर दूर कर सकता है क्योंकि रेडियों की भाँति टेपरिकॉर्डर को भी किसी भी स्थान पर ले जा कर सुना जा सकता है। 2 / 10 2. मृदुल उपागम के निर्माण में किसकी आवश्यकता नहीं होती है? तकनीक विद्युत यंत्र सूक्ष्म दर्शी उपर्युक्त सभी Solution मृदुल उपागम के निर्माण में उपर्युक्त सभी तकनीक, विद्युत यंत्र व सूक्ष्मदर्शी की आवश्यकता नहीं होती है। वह शिक्षण सहायक सामग्री, जिसका निर्माण स्वयं शिक्षक करता है, मृदुल उपागम कहते हैं। जैसे – चार्ट, मॉडल, चित्र, पोस्टर आदि। 3 / 10 3. बुलेटिन बोर्ड को कहा जाता है- विज्ञप्ति पट्ट सूचना पट्ट 1 और 2 दोनों उपर्युक्त में से कोई नहीं Solution बुलेटिन बोर्ड को विज्ञप्ति पट्ट तथा सूचना पट्ट भी कहा जाता है। वस्तुत: इस बोर्ड पर चित्र, विज्ञापन, समाचार, आदर्शवाक्य तथा छात्रों के रचनात्मक कार्य प्रदर्शित किए जा सकते हैं। इसके द्वारा विद्यार्थियों के ज्ञान में निरन्तर वृद्धि की जा सकती है। विद्यार्थियों में टीम की भावना को विकसित करने का यह श्रेष्ठ साधन है। यह एक दृश्य सामग्री है। 4 / 10 4. कक्षा-कक्ष में चित्रों के प्रयोग से शिक्षण में आ जाती है- सजीवता नीरसता उदासीनता अनुशासनहीनता Solution कक्षा-कक्षा में चित्रों के प्रयोग से शिक्षण में सजीवता आ जाती है तथा इससे छात्रों की निरीक्षण शक्ति का विकास होता है। रेखाओं और रंगों का वह संयोग जो अपनी मूक भाषा में किसी तथ्य, भाव या योजना की अभिव्यक्ति करना चित्र कहलाता है, चित्र दृश्य सहायक सामग्री है। 5 / 10 5. दृश्य-श्रव्य सामग्री के द्वारा शिक्षण के उद्देश्यों की प्राप्ति होती है- ज्ञानात्मक भावात्मक क्रियात्मक उपर्युक्त सभी Solution दृश्य-श्रव्य सामग्री के द्वारा शिक्षण के तीनों उद्देश्यों (ज्ञानात्मक, भावात्मक, क्रियात्मक) की प्राप्ति होती है। इसलिए इसे बहुमाध्यम सामग्री भी कहते हैं। इनसे स्थायी ज्ञान की प्राप्ति होती है। दृश्य-श्रव्य सामग्री हैं- चलचित्र, टेलीविजन, कम्प्यूटर, नाटक आदि। 6 / 10 6. कक्षा शिक्षण में दृश्य-श्रव्य सामग्री – छात्रों की धारणा शक्ति को बढ़ाती है। छात्रों के अवबोध में सुविधा प्रदान करती है। छात्रों के प्रत्यक्षीकरण को विकसित करने में सहायता करती है। उपर्युक्त सभी Solution कक्षा-शिक्षण में दृश्य-श्रव्य सामग्री छात्रों की धारणा शक्ति को बढ़ाती है, छात्रों के अवबोध (समझ) में सुविधा प्रदान करती है तथा छात्रों के प्रत्यक्षीकरण को विकसित करने में सहायता करती है। ऐसी शिक्षण सामग्री जिसमें छात्र सुन भी सकते हों तथा आँखों से देख भी सकते हों दृश्य-श्रव्य सामग्री कहलाती है। इस प्रकार की सामग्री में छात्र आँख और कान दोनों का ही एक साथ प्रयोग करते हैं। इसमें ज्ञानेन्द्रियाँ प्रभावित होकर पढ़ाए गए पाठ को स्थायी बनाने से सहायता प्रदान करती है। 7 / 10 7. भाषा शिक्षण यंत्र विधि में प्रयुक्त किए जाने वाले उपकरण हैं- ग्रामाफोन टेपरिकॉर्डर कैसेट उपर्युक्त सभी Solution उपर्युक्त सभी भाषा शिक्षण यंत्र विधि में प्रयुक्त किए जाने वाले उपकरण हैं। इस विधि को भाषा शिक्षण यंत्र-उपकरण विधि भी कहा जाता है। इस विधि में अध्यापक के स्थान पर सीतावाद्य के रिकॉर्डों का प्रयोग किया जाता है। इस विधि में पाठ्य या श्रव्य विषय को टेपरिकॉर्डर द्वारा छात्रों को सुनाया जाता है। यह एक प्रकार की खेल विधि है। 8 / 10 8. कक्षा में सहायक सामग्री का प्रयोग किया जाना चाहिए- साध्य के रूप में साधन के रूप में ध्यान भटकाने के रूप में मनोरंजन के रूप में Solution कक्षा में सहायक सामग्री का प्रयोग एक साधन के रूप में किया जाना चाहिए। विषय–वस्तु को स्पष्ट करने तथा उसे आकर्षक व रुचिकर बनाने के लिए, जटिल विषय-वस्तु को सरल व सुबोध बनाने के लिए, जिस भी सामग्री का उपयोग शिक्षा कार्य में किया जाता वह सहायक सामग्री कहलाती है। 9 / 10 9. निम्नलिखित में से किस विकल्प में सभी श्रव्य सहायक सामग्री के उदाहरण हैं? पोस्टर, रेडियो, चलचित्र लिंग्वाफोन, टेप रिकॉर्डर, ग्रामोफोन बुलेटिन बोर्ड, स्लाइड्स, रेडियो उपर्युक्त में से कोई नहीं Solution श्रव्य सहायक सामग्री – लिंग्वाफोन, टेप रिकॉर्डर, ग्रामोफोन, रेडियो आदि। दृश्य सहायक सामग्री – ग्राफ, श्यामपट्ट, बुलेटिन बोर्ड, मानचित्र, ग्लोब, रेखाचित्र, स्लाइड्स, फिल्म स्ट्रिप्स आदि। दृश्य-श्रव्य सामग्री – चलचित्र, टेलीविजन, अभिनय, विद्यालय प्रोजेक्ट आदि। अतिरिक्त जानकारी – भाषा-शिक्षण में श्रव्य-दृश्य साधनों के प्रयोग से निम्नलिखित लाभ है- • साहित्य में आये हुए काल्पनिक दृश्यों को स्थूल आकार मिल जाता है। • सूक्ष्म चिन्तन की ओर प्रवृत्त होने के पूर्व चिन्तन को ठोस सामग्री मिल जाती है। • भाषा-शिक्षण में आजकल शाब्दिकता बहुत अधिक है। • पाठ रोचक एवं आकर्षक बन जाता है। • सीखना स्थायी हो जाता है। 10 / 10 10. बोर्ड पर सदैव कितने डिग्री के कोण पर खड़ा होकर लिखना चाहिए? 30 डिग्री 40 डिग्री 45 डिग्री 65 डिग्री Solution बोर्ड पर सदैव 45 डिग्री के कोण पर खड़ा होकर लिखना चाहिए। बोर्ड के सफल उपयोग हेतु महत्त्वपूर्ण बिन्दु बोर्ड पर बायीं ओर के कोने से लिखना आरम्भ करना चाहिए। Your score is 0% पुनः प्रारम्भ करे आपको यह क्विज कैसी लगी ….रेटिंग दे | धन्यवाद 😍 👇👇 Send feedback फ्री टेस्ट , नोट्स और अपडेट के लिए Join करे 👇👇 Join WhatsApp Join Now Join Telegram Join Now