REET LEVEL 1 समुदायिक गणित और उसका महत्व | REET 1st Level 2025 | गणित | महत्वपूर्ण प्रश्न by RPSC | December 24, 2024 Facebook फ्री टेस्ट , नोट्स और अपडेट के लिए Join करे 👇👇 Join WhatsApp Join Now Join Telegram Join Now Report a question What’s wrong with this question? You cannot submit an empty report. Please add some details. /10 6 12345678910 समुदायिक गणित और उसका महत्व | REET 1st Level 2025 | गणित | महत्वपूर्ण प्रश्न 🔴महत्वपूर्ण निर्देश 🔴 ✅ टेस्ट शुरू करने से पहले कृपया सही जानकारी भरे | ✅ सभी प्रश्नों को आराम से पढ़कर उत्तर दे | ✅सभी प्रश्नों का उत्तर टेस्ट पूर्ण करने पर दिखाई देगा | ✅ टेस्ट पूर्ण करने पर सभी प्रश्नों के उत्तर विस्तार से समझाया गया है | Name 1 / 10 1. “तार्किक चिन्तन के लिए गणित एक शक्तिशाली साधक है।” उपर्युक्त कथन किसका है? बर्थलॉट बर्नार्ड शॉ काम्टे बर्टेण्ड रसेल Solution · बर्नार्ड शॉ के अनुसार – “तार्किक चिन्तन के लिए गणित एक शक्तिशाली साधन है।“ गणित तार्किक विचारों का विज्ञान है। गणित के अध्ययन से मस्तिष्क में तर्क करने की आदत स्थापित होती है। अतिरिक्त जानकारी – ● रोजर बैकन – गणित समस्त विज्ञानों का सिंहद्वार एवं कुँजी है। ● हॉगवैन – गणित सभ्यता व संस्कृति का दर्पण है। ● लेबिनित्ज – संगीत मानव के अवचेतन मन का अंकगणित की संख्याओं से संबंधित एक आधुनिक गुप्त व्यायाम है। ● डटन – गणित तर्कसम्मत विचार, यथार्थ कथन तथा सत्य बोलने की शक्ति प्रदान करता है। ● नेपोलियन – गणित की उन्नति के साथ देश की उन्नति का घनिष्ठ संबंध है। ● यंग – यदि विज्ञान की रीढ़ की हड्डी गणित हटा दी जाए तो संपूर्ण भौतिक सभ्यता नि:संदेह नष्ट हो जाएगी। 2 / 10 2. खेल के दौरान राम चार तीलियों से एक चतुर्भुज बना रहा है और कॉपी में निम्नलिखित सारणी बनाता है- चतुर्भुज की संख्या 1 2 3 तीलियों की संख्या 4 8 12 उसकी इस प्रक्रिया से क्या निष्कर्ष निकाला जा सकता है? राम खेल रहा है। राम गणित कर रहा है। राम खेल के साथ गणित कर रहा है। राम केवल खेल रहा है गणित नहीं कर रहा है। Solution · गणित विषय से तार्किक, मानसिक एवं बौद्धिक क्षमता का विकास होता है। राम तीलियों का प्रयोग करते हुए खेल के साथ गणित सीख रहा है। अतिरिक्त जानकारी – बौद्धिक मूल्य व गणित – ● बौद्धिक विकास के लिए गणितीय शिक्षण का अत्यधिक महत्त्व है। ● पाठ्यक्रम का अन्य कोई विषय ऐसा नहीं है जो गणित की तरह बच्चों के मस्तिष्क को क्रियाशील बनाता हो। ● गणित की प्रत्येक समस्या को हल करने के लिए मानसिक कार्य की आवश्यकता होती है। जैसे ही गणित की कोई समस्या बच्चे के समक्ष आती है उसका मस्तिष्क उस समस्या को समझने तथा उसका समाधान करने के लिए क्रियाशील हो जाता है। 3 / 10 3. निम्नलिखित में से किसमें गणित विषय का प्रयोग स्पष्ट रूप से नहीं हो रहा है? लाभ-हानि साइकिल चलाना सब्जियाँ खरीदना उधार लेना Solution · निम्नलिखित विकल्प में लाभ-हानि, सब्जियाँ खरीदना तथा उधार लेना इन सब विकल्पों में गणित का प्रयोग हो रहा है जबकि साइकिल चलाने में गणित का प्रयोग नहीं हो रहा है। अतिरिक्त जानकारी – ● गणित हमारी सामाजिक संरचना के उचित संगठन एवं रख-रखाव में मदद करता है। ● गणित के अभाव में संपूर्ण सामाजिक व्यवस्था एवं संरचना का स्वरूप ही बिगड़ सकता है, अर्थात् मानव का सामाजिक जीवन गणित पर निर्भर करता है। ● सामाजिक जीवन यापन करने के लिए गणित के ज्ञान की अत्यधिक आवश्यकता होती है। 4 / 10 4. व्यावसायिक, उपभोक्ता कार्यों, सामाजिक, मनोरंजनात्मक एवं घरेलू कार्यों में आवश्यकतानुसार गणित का प्रयोग करना कहलाता है- व्यावहारिक गणित मनोरंजनात्मक गणित प्रकार्यात्मक गणित सामाजिक गणित Solution · प्रकार्यात्मक गणित- व्यावसायिक, उपभोक्ता कार्यों, सामाजिक, मनोरंजनात्मक एवं घरेलू कार्यों में आवश्यकतानुसार गणित का प्रयोग करना। अतिरिक्त जानकारी – ● प्रसिद्ध गणितज्ञ हॉगवेन ने कहा है कि “गणित सभ्यता व संस्कृति का दर्पण है।” ● गणित हमें केवल संस्कृति एवं सभ्यता से ही परिचित नहीं करवाता है बल्कि समाज को सांस्कृतिक धरोहर को सुरक्षित रखने, उसे उन्नत करने एवं आने वाली पीढ़ियों तक हस्तांतरित करने में भी यथासंभव सहायता प्रदान करता है। ● गणित विषय को देश की सभ्यता व संस्कृति का सृजनकर्ता एवं पोषक माना जा सकता है। रस, छन्द, अलंकार, संगीत के सभी साजो-सामान, नियमों व सिद्धान्तों से जुड़े हुए हैं। 5 / 10 5. “समुदाय सबसे छोटा ऐसा क्षेत्रिय समूह है, जिसके अंतर्गत सामाजिक जीवन के समस्त पहलू आ सकते हैं।“ यह परिभाषा दी है- गिंसबर्ग के. डेविस गिडिंग्स उपर्युक्त में से कोई नहीं Solution · के. डेविस- “समुदाय सबसे छोटा ऐसा क्षेत्रीय समूह है, जिसके अंतर्गत सामाजिक जीवन के समस्त पहलू आ सकते है।” · गिडिंग्स– “समाज/समुदाय स्वयं एक संघ है, यह संगठन है तथा व्यवहारों का एक ऐसा योग है। जिसमें सहयोग देने वाले एक दूसरे से संबंधित होते है।” अतिरिक्त जानकारी – ● गणित के नैतिक मूल्य के महत्त्व को स्पष्ट करते हुए महान दार्शनिक डटन ने कहा है कि “गणित तर्क सम्मत विचार, यथार्थ कथन एवं सत्य बोलने का सामर्थ्य प्रदान करता है। व्यर्थ की गप्पें, धोखा तथा छलकपट, आडम्बर सब कुछ उस व्यक्ति के मन में रहते हैं, जिसे गणित का प्रशिक्षण नहीं प्राप्त है।” ● गणित ही एकमात्र ऐसा विषय है जो वास्तविक रूप में बालकों को अपनी भावनाओं पर नियंत्रण रखने का अभ्यास कराता है व उन्हें इस हेतु समुचित प्रशिक्षण प्रदान करता है। 6 / 10 6. क्रियात्मक गणित का महत्त्व है- प्रत्यक्ष अनुभव स्वयं करके सीखना अवधारणाओं का स्पष्ट एवं स्थायी होना उपर्युक्त सभी Solution · क्रियात्मक गणित द्वारा प्रत्यक्ष अनुभव के साथ छात्र स्वयं करके सीखता है। जिससे अवधारणाएँ स्पष्ट एवं स्थायी होती हैं। अतिरिक्त जानकारी – सामाजिक मूल्य – ● मनुष्य एक सामाजिक प्राणी है। समस्त जीवन एक दूसरे के परस्पर सहयोग पर निर्भर करता है। सामाजिक जीवन यापन के लिए गणित के ज्ञान की अत्यधिक आवश्यकता होती है क्योंकि समाज में भी लेन-देन व्यापार, उद्योग आदि व्यवसाय गणित पर ही निर्भर है। ● नेपोलियन ने गणित के सामाजिक महत्त्व को स्वीकार करते हुए स्पष्ट किया है कि “गणित की उन्नति तथा वृद्धि देश की सम्पन्नता से सम्बन्धित है।” 7 / 10 7. गणित के उपयोगितावादी दृष्टिकोण के अनुसार निम्नांकित में से कौन-सा कथन सही नहीं है? गणित समस्या समाधान का एक उपकरण है। गणित वास्तविक जीवन की परिस्थितियों का मॉडल प्रस्तुत करता है। गणितीय सिद्धांतों को समझने की बजाए यह सीखना ज्यादा महत्त्वपूर्ण है कि गणित प्रश्न कैसे हल करें। गणितीय प्रश्न कैसे हल करें यह सीखने की बजाय ज्यादा महत्त्वपूर्ण है कि अंतर्निहित सिद्धांतों को सीखा जाए। Solution · गणित का उपयोगितावादी दृष्टिकोण- इस विचारधारा की मुख्य विशेषताएँ मौजूदा संरचनाओं और मॉडलों की एक निर्विवाद स्वीकृति हैं जो व्यावहारिक परिणामों के संदर्भ में बौद्धिक और नैतिक मामलों को देखते हुए एक क्रिया-उन्मुख विश्व-दृष्टिकोण के साथ युग्मित है। · यहाँ गणित को कैसे करना है, यह सीखना अंतर्निहित सिद्धांतों को समझने से अधिक महत्त्वपूर्ण है। · यह समस्या को हल करने और वास्तविक जीवन की चुनौतियों से निपटने के तरीकों के लिए एक साधन के रूप में गणित का उपयोग करता है। · गणित की उपयोगितावादी प्रकृति के अनुसार एक गणितज्ञ को उन संबंधों के बीच संबंधों को देखने व समझने की अनुमति दी जा सकती है कि उन्होंने संज्ञानात्मक रूप से क्या सीखा था और वास्तविक जीवन की स्थिति में वे क्या लागू कर सकते थे। · यह बदले में गणित के शिक्षण को इस बात के संबंध में कार्यात्मक बना देगा कि वे समाज में इसके लिए क्या लागू कर सकते हैं। 8 / 10 8. गणित के अध्ययन से विद्यार्थियों में निम्नलिखित में से किस गुण का विकास होता है? तार्किक सोच विश्लेषणात्मक खोज आत्मविश्वास उपर्युक्त सभी Solution · गणित के अध्ययन से विद्यार्थियों में तार्किक सोच, विश्लेषणात्मक सोच एवं आत्मविश्वास का विकास होता है क्योंकि गणित की संरचना- मौलिकता, संक्षिप्तता, सरलता, परिणाम सत्यापन, परिणामों की निश्चितता तथा शुद्धता पर आधारित है। अतिरिक्त जानकारी – ● शिक्षा का एक मुख्य उद्देश्य बालकों को अपनी जीविका कमाने तथा रोजगार प्राप्त करने में समर्थ बना देना भी है। ● अन्य विषयों की अपेक्षा गणित इस उद्देश्य की प्राप्ति में सर्वाधिक सहायक सिद्ध हुआ है। ● आज विज्ञान तथा तकनीकी समय में विज्ञान के सूक्ष्मतम नियमों, सिद्धान्तों एवं उपकरणों का प्रयोग एवं प्रसार सर्वव्यापी हो गया है जिनकी आधार-शिला गणित ही है। ● वर्तमान समय में इंजीनियरिंग तथा तकनीकी व्यवसायों को अधिक महत्त्वपूर्ण तथा प्रतिष्ठित माना जाता है। ● इन सभी व्यवसायों का ज्ञान एवं प्रशिक्षण गणित के द्वारा ही सम्भव है। लघु उद्योग एवं कुटीर उद्योगों की स्थापना का आधार भी गणित ही है। 9 / 10 9. “तर्क उस समस्या को हल करने के लिए अतीत के अनुभवों को सम्मिलित रूप प्रदान करता है जिसको केवल पिछले समाधानों का प्रयोग करके हल नहीं किया जा सकता है।” यह कथन है- स्कीनर जॉन डीवी मन बर्थलॉट Solution · मन- “तर्क उस समस्या को हल करने के लिए अतीत के अनुभवों को सम्मिलित रूप प्रदान करता है जिसको केवल पिछले समाधानों का प्रयोग करके हल नहीं किया जा सकता है।” · स्कीनर- “तर्क, शब्द का प्रयोग कारण और प्रभाव के सम्बन्धों की मानसिक स्वीकृति व्यक्त करने के लिए किया जाता है। यह किसी अवलोकित कारण से एक घटना की भविष्यवाणी या किसी अवलोकित घटना के किसी कारण का अनुमान हो सकती है।” 10 / 10 10. ‘पैटर्न की पहचान करना और उन्हें पूरा करना’ प्राथमिक स्तर पर गणित की पाठ्यचर्या का एक अनिवार्य हिस्सा है, क्योंकि- विद्यार्थियों को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करता है। ‘सुडोकू’ पहेली को हल करने में विद्यार्थियों की सहायता करता है। यह विद्यार्थियों में सृजनात्मकता को बढ़ावा देता है और संख्याओं और संक्रियाओं की विशेषताओं को समझने में उनकी सहायता करता है। विद्यार्थियों में सृजनात्मकता और कलात्मक गुणों को विकसित करता है। Solution · पैटर्न की पहचान करना और उन्हें पूरा करना प्राथमिक स्तर पर गणित की पाठ्यचर्या का एक अनिवार्य हिस्सा है क्योंकि यह विद्यार्थियों में सृजनात्मकता को बढ़ावा देता है और संख्याओं और संक्रियाओं की विशेषताओं को समझने में उनकी सहायता करता है। अतिरिक्त जानकारी – ● अध्यापकों एवं शिक्षार्थियों के समुदाय में आपसी विचारों के आदान प्रदान एवं बेहतर संप्रेषण (Communication) के माध्यम से गणित को आसानी से समझा जा सकता है। इस प्रक्रिया से उनके विचार (Ideas) एवं ज्ञान को उनके द्वारा अपने समूह (Peergroup) में विस्तृत किया जा सकता है। ● गणित विद्यार्थियों को अपनी बात को तर्क के साथ प्रस्तुत करने एवं समस्याओं के हल करने में सहायता करती है। ● गणित के शिक्षण व ज्ञानार्जन की प्रक्रिया में विद्यार्थी को कल्पना शक्ति, विभिन्न विकल्पों की पहचान करने की योग्यता, वैकल्पिक साधनों में से सर्वोपयुक्त का चयन करने की क्षमता तथा उनके समुचित प्रयोग द्वारा समस्या का सही समाधान करने आदि का पर्याप्त ज्ञान एवं अनुभव हो जाता है। इससे उसका मानसिक विकास बेहतर ढंग से होता है। Your score is 0% पुनः प्रारम्भ करे आपको यह क्विज कैसी लगी ….रेटिंग दे | धन्यवाद 😍 👇👇 Send feedback फ्री टेस्ट , नोट्स और अपडेट के लिए Join करे 👇👇 Join WhatsApp Join Now Join Telegram Join Now