REET LEVEL 1 पृथ्वी सौर परिवार और अंतरिक्ष | REET 1st Level 2025 | पर्यावरण | महत्वपूर्ण प्रश्न by RPSC | December 23, 2024 Facebook फ्री टेस्ट , नोट्स और अपडेट के लिए Join करे 👇👇 Join WhatsApp Join Now Join Telegram Join Now Report a question What’s wrong with this question? You cannot submit an empty report. Please add some details. /10 38 12345678910 पृथ्वी सौर परिवार और अंतरिक्ष | REET 1st Level 2025 | पर्यावरण | महत्वपूर्ण प्रश्न 🔴महत्वपूर्ण निर्देश 🔴 ✅ टेस्ट शुरू करने से पहले कृपया सही जानकारी भरे | ✅ सभी प्रश्नों को आराम से पढ़कर उत्तर दे | ✅सभी प्रश्नों का उत्तर टेस्ट पूर्ण करने पर दिखाई देगा | ✅ टेस्ट पूर्ण करने पर सभी प्रश्नों के उत्तर विस्तार से समझाया गया है | Name 1 / 10 1. सौर परिवार में सबसे अधिक तापमान वाला ग्रह कौन-सा है? बुध शुक्र पृथ्वी मंगल Solution शुक्र ( venus ) • सौर परिवार में सबसे अधिक तापमान वाला ग्रह शुक्र है, जिसका औसत तापमान लगभग 462 डिग्री सेल्सियस है। • पृथ्वी के सबसे नजदीक ग्रह । • सबसे चमकीला ग्रह • पृथ्वी का जुड़वां ग्रह कहते हैं • शुक्र ग्रह का कोई उपग्रह नहीं हैं। बुध ( mercury ) :- सबसे छोटा ग्रह सूर्य के सबसे नजदीक ग्रह कोई भी उपग्रह नहीं पृथ्वी ( earth ) ;- नीला ग्रह ( जल की उपलब्धता ) एकमात्र उपग्रह चंद्रमा परिक्रमण – पश्चिम से पूर्व 2 / 10 2. भारत का पहला अंतरिक्ष यात्री कौन था? डॉ राकेश शर्मा कल्पना चावला सुनीता विलियम्स अभय कुमार Solution • डॉ. राकेश शर्मा भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री थे। उन्होंने 3 अप्रैल, 1984 को सोवियत संघ के सोयुज टी-11 अंतरिक्ष यान में यात्रा की थी। इनका जन्म 13 जनवरी, 1949 को पंजाब, भारत में हुआ था। उन्होंने भारतीय वायु सेना में एक पायलट के रूप में काम किया और बाद में अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुने गए। इन्होेने अपनी अंतरिक्ष यात्रा के दौरान लगभग 8 दिनों तक अंतरिक्ष में रहे। अपनी यात्रा के दौरान कई वैज्ञानिक प्रयोग किए और उन्होंने पृथ्वी की तस्वीरें भी लीं तथा उनकी अंतरिक्ष यात्रा के लिए कई सम्मान और पुरस्कार मिले, जिनमें अशोक चक्र और सोवियत संघ का ऑर्डर ऑफ लेनिन शामिल हैं। डॉ. राकेश शर्मा की अंतरिक्ष यात्रा ने भारत के लिए एक नए युग की शुरुआत की और उन्होंने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में एक महत्त्वपूर्ण योगदान दिया। 3 / 10 3. सुनीता विलियम्स की अंतरिक्ष यात्रा के दौरान क्या रिकॉर्ड बनाया था? सबसे अधिक समय तक अंतरिक्ष में रहने का रिकॉर्ड सबसे अधिक अंतरिक्ष यात्रा करने का रिकॉर्ड सबसे अधिक अंतरिक्ष वाले के रूप में काम करने का रिकॉर्ड सबसे अधिक अंतरिक्ष में चलने का रिकॉर्ड Solution सुनीता विलियम्स ने 2006 में अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन पर रहने के दौरान सबसे अधिक समय तक अंतरिक्ष में रहने का रिकॉर्ड बनाया था। भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स ने अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन में अपनी पहली पारी में ही 195 दिनों तक रहने का रिकॉर्ड बनाया था। उन्होंने शैनौन ल्यूसिड के बनाए 188 दिन और 4 घंटे के रिकॉर्ड तोड़ रिकॉर्ड दर्ज किया था। सुनीता विलियम्स कुल 321 दिनों 17 घंटे और 15 मिनट तक अंतरिक्ष में रही। हालांकि सुनीता भारतीय मूल की दूसरी महिला अंतरिक्ष यात्री हैं। पहली महिला अंतरिक्ष यात्री कल्पना चावला थीं। 4 / 10 4. सौरमंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह कौनसा है ? अरुण शनि मंगल वरुण Solution शनि ग्रह की विशेषताएं – विशाल आकार: शनि ग्रह सौर मंडल का दूसरा सबसे बड़ा ग्रह है वलय: शनि ग्रह के चारों ओर सात मुख्य वलय हैं, जो बर्फ और चट्टान के टुकड़ों से बने हैं ग्रहीय वायुमंडल: शनि ग्रह का वायुमंडल मुख्य रूप से हाइड्रोजन और हीलियम से बना है। शनि ग्रह के 62 ज्ञात उपग्रह हैं, जिनमें से सबसे बड़ा ग्रह टाइटन है। • सौर मण्डल का सबसे बड़ा ग्रह – हमारे सौरमंडल में अब तक का सबसे बड़ा ग्रह बृहस्पति है, जो द्रव्यमान और आयतन दोनों में अन्य सभी ग्रहों से आगे है। • सौर मण्डल का सबसे छोटा ग्रह – बुध (mercury ) , सूर्य के सबसे नजदीक स्थित है ।बुध ग्रह के कोई भी उपग्रह नहीं हैं। 5 / 10 5. अंतरिक्ष यात्रा के दौरान सबसे बड़ा खतरा क्या होता है? विकिरण का प्रभाव शून्य गुरुत्वाकर्षण तापमान की चरम सीमाएं उपर्युक्त सभी Solution अंतरिक्ष यात्रा के दौरान कई खतरे होते हैं, जिनमें विकिरण का प्रभाव, शून्य गुरुत्वाकर्षण और तापमान की चरम सीमाएं शामिल हैं। अंतरिक्ष यात्रियों को इन सभी खतरों का सामना करने के लिए विशेष प्रशिक्षण और उपकरणों की आवश्यकता होती है। 6 / 10 6. पृथ्वी को “नीला-ग्रह” क्यों कहते हैं? वनस्पति की उपस्थिति के कारण जल की उपस्थिति के कारण हवा एवं धूल के कण की उपस्थिति के कारण सूर्य के किरण की उपस्थिति के कारण Solution पृथ्वी (Earth) – सौरमण्डल का 5वाँ सबसे बड़ा ग्रह है। उपनाम – नीला ग्रह (जल की उपस्थिति के कारण) हरा ग्रह (पेड़-पौधों की उपस्थिति के कारण) पृथ्वी का सबसे निकटतम तारा – सूर्य पृथ्वी का दूसरा निकटतम तारा प्रोक्सिमा सेंचुरी (ये पृथ्वी से 4.22 प्रकाश वर्ष दूर स्थित है।) पृथ्वी अपने अक्ष पर (सूर्य के सम्मुख) 23 डिग्री अंश पर झुकी हुई है। पृथ्वी पर दिन-रात, इसकी अक्षीय गति (परिभ्रमण) के कारण होती है। 7 / 10 7. सौरमंडल का सबसे बड़ा ज्वालामुखी “ओलम्पस मोन्स” किस ग्रह पर स्थित है? मंगल बुध शनि अरुण Solution • ओलम्पस मोन्स मंगल ग्रह पर स्थित है। यह सौरमंडल का सबसे बड़ा ज्वालामुखी है जो कि मंगल ग्रह पर स्थित एक विलुप्त ज्वालामुखी है। • मंगल ग्रह की भूमध्य रेखा के पास थारिस मोंटेस क्षेत्र में पाया जाने वाला ओलंपस मॉन्स एक दर्जन बड़े ज्वालामुखियों में से एक है। • ओलंपस मॉन्स एक ढाल ज्वालामुखी है। • ओलंपस मॉन्स एक सक्रिय ज्वालामुखी है जिसमें विस्फोट की संभावना है। • ओलंपस मोन्स पृथ्वी के सबसे ऊंचे पर्वत माउंट एवरेस्ट से तीन गुना ऊंचा है , जिसकी चोटी समुद्र तल से 5.5 मील (8.8 किमी) ऊपर है। 8 / 10 8. वह भारतीय अंतरिक्ष यात्री जिसको भारत सरकार द्वारा ‘अशोक चक्र’ से सम्मानित किया गया? कल्पना चावला डॉ राकेश शर्मा डॉ राकेश शर्मा डॉ राकेश शर्मा Solution • डॉ. राकेश शर्मा भारत के पहले अंतरिक्ष यात्री थे। उन्होंने 3 अप्रैल, 1984 को सोवियत संघ के सोयुज टी-11 अंतरिक्ष यान में यात्रा की थी। इनका जन्म 13 जनवरी, 1949 को पंजाब, भारत में हुआ था। उन्होंने भारतीय वायु सेना में एक पायलट के रूप में काम किया और बाद में अंतरिक्ष यात्री के रूप में चुने गए। इन्होेने अपनी अंतरिक्ष यात्रा के दौरान लगभग 8 दिनों तक अंतरिक्ष में रहे। अपनी यात्रा के दौरान कई वैज्ञानिक प्रयोग किए और उन्होंने पृथ्वी की तस्वीरें भी लीं तथा उनकी अंतरिक्ष यात्रा के लिए कई सम्मान और पुरस्कार मिले, जिनमें अशोक चक्र और सोवियत संघ का ऑर्डर ऑफ लेनिन शामिल हैं। • कल्पना चावला – करनाल , हरियाणा मे जन्म । अंतरिक्ष में जाने वाली वाली प्रथम भारतीय महिला अपने पहले अंतरिक्ष मिशन की शुरुआत 19 नवम्बर , 1997 को कोलम्बिया अंतरिक्ष यान STS-87 के 6 सदस्य दल का हिस्सा बनकर हुई। इस दौरान उन्होनें 15 दिन 12 घंटे अंतरिक्ष में बिताए । • ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला भारतीय वायु सेना के परीक्षण पायलट हैं और उन चार अंतरिक्ष यात्री उम्मीदवारों में से एक हैं जो भारतीय मानव अंतरिक्ष उड़ान कार्यक्रम के हिस्से के रूप में अंतरिक्ष में उड़ान भरेंगे। • अजीत कृष्णन :- भारतीय वायु सेना में ग्रुप कैप्टन हैं। वे उन चार अंतरिक्ष यात्रियों में से एक हैं जो अंतरिक्ष में भारत की पहली मानव अंतरिक्ष उड़ान में अंतरिक्ष में उड़ान भरेंगे। 9 / 10 9. ग्रहों की गति के नियम किस वैज्ञानिक द्वारा प्रतिपादन किया गया ? जोहान्स केप्लर अल्बर्ट आइंस्टीन फैराडे डार्विन Solution केप्लर के नियम निम्नलिखित हैं: 1. पहला नियम (केप्लर का पहला नियम): ग्रह सूर्य के चारों ओर एक अंडाकार कक्षा में चलते हैं। सूर्य इस अंडाकार कक्षा के एक फोकस पर स्थित होता है। 2. दूसरा नियम (केप्लर का दूसरा नियम): ग्रह की कक्षा में सूर्य से ग्रह की दूरी के वर्ग के अनुपात में ग्रह की गति होती है। यह नियम बताता है कि ग्रह अपनी कक्षा में तेजी से चलते हैं जब वे सूर्य के करीब होते हैं और धीमी गति से चलते हैं जब वे सूर्य से दूर होते हैं। 3. तीसरा नियम (केप्लर का तीसरा नियम): ग्रह की कक्षा के एक पूर्ण चक्र को पूरा करने में लगने वाला समय उसकी कक्षा के अर्ध-मुख्य अक्ष के घनक के अनुपात में होता है। यह नियम बताता है कि ग्रह की कक्षा का आकार और उसकी गति उसके द्वारा पूरे किए जाने वाले चक्रों की संख्या को प्रभावित करते हैं। 10 / 10 10. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान के जनक कौन थे? डॉ. विक्रम ए साराभाई एस. सोमनाथ डॉ. ए.पी.जे.अब्दुल कलाम सतीश धवन Solution डॉ. विक्रम ए साराभाई को भारत में अंतरिक्ष कार्यक्रमों का जनक माना जाता है ♦ विक्रम अंबालाल साराभाई भारत के एक महान वैज्ञानिक थे। उन्हें भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का पितामह माना जाता है। उनमें वैज्ञानिक, प्रवर्तक, उद्योगपति तथा दिव्यदर्शनद्रष्टा के विरल गुण थे। विक्रम साराभाई का जन्म 12 अगस्त, 1919 को अहमदाबाद के प्रगतिशील उद्योगपति के संपन्न परिवार में हुआ था। • डॉ. श्रीधर पणिक्कर सोमनाथ (जन्म जुलाई 1963) एक भारतीय एयरोस्पेस इंजीनियर हैं जो भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष के रूप में कार्यरत हैं ।उनकी अध्यक्षता में, इसरो ने चंद्रयान -3 नामक तीसरे भारतीय चंद्र अन्वेषण मिशन को अंजाम दिया । • डॉ. सतीश धवन – 1972 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के तीसरे अध्यक्ष भारतीय गणितज्ञ और एयरोस्पेस इंजीनियर थे, जिन्हें भारत में प्रायोगिक द्रव गतिकी अनुसंधान का जनक माना जाता है सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र ( श्रीहरिकोटा, आंध्र प्रदेश ) का नाम उनके नाम पर रखा गया है। Your score is 0% पुनः प्रारम्भ करे आपको यह क्विज कैसी लगी ….रेटिंग दे | धन्यवाद 😍 👇👇 Send feedback फ्री टेस्ट , नोट्स और अपडेट के लिए Join करे 👇👇 Join WhatsApp Join Now Join Telegram Join Now