REET विविध अधिगमकर्ताओं की समझ | बाल विकास एवं शिक्षण विधियाँ | REET 2025 | मनोविज्ञान | महत्वपूर्ण प्रश्न by RPSC | December 21, 2024 Facebook फ्री टेस्ट , नोट्स और अपडेट के लिए Join करे 👇👇 Join WhatsApp Join Now Join Telegram Join Now Report a question What’s wrong with this question? You cannot submit an empty report. Please add some details. /10 19 12345678910 विविध अधिगमकर्ताओं की समझ | बाल विकास एवं शिक्षण विधियाँ | REET 2025 | मनोविज्ञान | महत्वपूर्ण प्रश्न 🔴महत्वपूर्ण निर्देश 🔴 ✅ टेस्ट शुरू करने से पहले कृपया सही जानकारी भरे | ✅ सभी प्रश्नों को आराम से पढ़कर उत्तर दे | ✅सभी प्रश्नों का उत्तर टेस्ट पूर्ण करने पर दिखाई देगा | ✅ टेस्ट पूर्ण करने पर सभी प्रश्नों के उत्तर विस्तार से समझाया गया है | Name 1 / 10 1. निम्नलिखित में से कौन-से बालक विशिष्ट बालकों की श्रेणी में नहीं आते हैं? 1. पिछड़े बालक 2. विकलांग बालक 3. लम्बे बालक 4. मंदबुद्धि बालक नीचे दिए गए कूट के आधार पर सही उत्तर चुनिए – केवल 1 1 और 2 दोनों केवल 3 न तो 1 और न ही 2 Solution विशिष्ट बालक :- – विशिष्ट बालकों की श्रेणी में निम्न आते हैं – – पिछड़े बालक – विकलांग बालक – मंदबुद्धि बालक – समस्यात्मक बालक – अपराधी बालक – धीमी गति से सीखने वाले बालक 2 / 10 2. अंकित विज्ञान व गणित विषय में 80% तक के अंक लाता है लेकिन अन्य विषयों में फेल हो जाता है, यहाँ अंकित को निम्न में से किस श्रेणी में रखा जा सकता है? औसत बालक मंदबुद्धि बालक मनस्ताप बालक पिछड़ा बालक Solution पिछड़ा बालक :- – यदि एक बालक अपने जीवन के अधिकतर कार्यों को अपने स्तर से निम्न स्तर के बालक के कार्यों को आसानी से नहीं कर पाते, लेकिन कुछ कार्य अपने स्तर के बालकों से अथवा सामान्य स्तर के बालकों से भी अधिक जल्दी से कर लेते हैं, तो वह बालक पिछड़ा बालक कहलाता है। – एक मंदबुद्धि बालक पिछड़ा बालक होता है लेकिन यह जरूरी नहीं कि एक पिछड़ा बालक मंदबुद्धि बालक हो। 3 / 10 3. विद्यालय से पलायन करने वाले बालक के अध्ययन की सबसे उपर्युक्त विधि है प्रश्नावली विधि आत्मनिरीक्षण विधि केस स्टडी विधि प्रयोगात्मक विधि Solution केस स्टडी विधि/व्यक्ति इतिहास विधि :- – इस विधि में व्यक्ति के व्यवहार का अध्ययन करने के लिए जन्म से लेकर वर्तमान समय तक के सम्पूर्ण व्यवहार का अध्ययन किया जाता है। इस विधि के जन्मदाता ‘टाइडमैन’ हैं। जैसे – चोरी करने वाले, झूठ बोलने वाले, विद्यालय से पलायन करने वाले बालकों के व्यवहार का अध्ययन करने के लिए यह सर्वश्रेष्ठ विधि है। 4 / 10 4. किशोर अपराध के उपचार हेतु निम्न में से कौन-सा तरीका सही है? संगी-साथियों के साथ रखा जाए व्यावसायिक चिकित्सा दी जाए बाल कारागार में भेजा जाए उपर्युक्त सभी Solution – किशोर अपराध को रोकने या कम करने के लिए यह आवश्यक है कि स्कूल के शिक्षक योग्य, प्रशिक्षित एवं स्कूल के कार्यक्रमों में हिस्सा बँटाने वाले हों। – स्कूल में बालकों को संगी-साथियों के साथ रखा जाए तथा व्यावसायिक चिकित्सा दी जाए। – बाल अपराधी को बाल कारागार में भेजा जाना चाहिए। 5 / 10 5. “प्रतिभाशाली शब्द का प्रयोग उन एक प्रतिशत बालकों के लिए प्रयुक्त किया जाता है जो सबसे अधिक बुद्धिमान होते हैं।” उपर्युक्त कथन का संबंध है – स्कीनर कॉलसैनिक टरमन व ओडन क्रो & क्रो Solution – स्कीनर :- “प्रतिभाशाली शब्द का प्रयोग उन एक प्रतिशत बालकों के लिए प्रयुक्त किया जाता है जो सबसे अधिक बुद्धिमान होते हैं।” – टरमन व ओडन :- प्रतिभाशाली बालक शारीरिक अभियोजन, विद्यालय की उपलब्धि तथा खेल के क्षेत्र में सामान्य बालकों से अतिश्रेष्ठ होते हैं। 6 / 10 6. ऐसे बालक जिनकी बुद्धि लब्धि 140 से अधिक होती है, वे बालक कहलाते हैं पिछड़े बालक प्रतिभाशाली बालक समस्यात्मक बालक सामान्य बालक Solution प्रतिभाशाली बालक :- – जिन बालकों की बुद्धि सामान्य बालकों से अधिक अर्थात् बुद्धि लब्धि 140 या इससे अधिक होती है एवं ऐसे बालक जो अपने स्तर से उच्च स्तर के कार्य भी आसानी से कर लेते हैं, उन्हें प्रतिभाशाली बालक कहा जाता है। 7 / 10 7. निम्नलिखित में से कौन-सी एक प्रतिभाशाली बालक की विशेषता है? प्रतिभावान बालक निश्चित रूप से एक विशिष्ट बालक होता है। कक्षा के अन्य सामान्य बालकों की तुलना में वह किसी योग्यता के क्षेत्र में अधिक श्रेष्ठ सिद्ध होता है। सामान्यतया किसी विशेष प्रतिभा के क्षेत्र में ही प्रतिभावान बालक अपनी श्रेष्ठता प्रदर्शित करता है। उपर्युक्त सभी Solution – प्रतिभाशाली बालक की विशेषता – – प्रतिभावान बालक निश्चित रूप से एक विशिष्ट बालक होता है। – कक्षा के अन्य सामान्य बालकों की तुलना में वह किसी योग्यता के क्षेत्र में अधिक श्रेष्ठ सिद्ध होता है। – सामान्यतया किसी विशेष प्रतिभा के क्षेत्र में ही प्रतिभावान बालक अपनी श्रेष्ठता प्रदर्शित करता है। – ऐसे बालक सीखने के लिए तथा अन्वेषण करने के लिए प्रेरित रहते हैं। 8 / 10 8. प्रशिक्षणीय (Training) की शैक्षिक श्रेणी में मुख्यत: रखा जाता है- साधारण मानसिक मंदता (52-67) वाले बालक अल्पबल मानसिक मंदता (36-51) वाले बालक गंभीर मानसिक मंदता (20-35) वाले बालक गहन मानसिक मंदता (20 से नीचे) वाले बालक Solution – अल्पबल मानसिक मंदता (36-51):- इस श्रेणी में आने वाले बालक की IQ (36-51) तक होती है। ऐसे बालकों को प्रशिक्षण देकर उन्हें कुछ हद तक मामूली कार्य करने के लायक बनाया जा सकता है। अत: उन्हें प्रशिक्षणीय की शैक्षिक श्रेणी में रखा जाता है। ऐसे बालकों की सीखने की दर धीमी होती है। 9 / 10 9. बाल अपराध (Delinquency) का कारण है – माता-पिता में अनबन (कलह) रहना। परिवार के सदस्यों का सहानुभूतिपूर्ण व्यवहार। परिवार में आपस की सहमति से कार्य होना। समृद्ध (Prosporous) परिवार। Solution – बाल अपराध के कारण – A. जैविक कारक – आनुवंशिकता – शारीरिक दोष – शरीर गठनात्मक सिद्धान्त B. पर्यावरणीय कारक – माता-पिता में अनबन (कलह) रहना। – घरेलू वातावरण – घरेलू अनुशासन – आर्थिक स्थिति – स्कूल – परिवार के बाहर माता-पिता का सीमित संबंध 10 / 10 10. अंधे बालकों को शिक्षण देने की पद्धति है- पाठ्यक्रम सहगामी क्रियाएँ (Co-curricular activities) श्रव्य सामग्री (Audio-aids) ब्रेल लिपि (Braile Script) टंकण विधि (Typing) Solution – ब्रेल लिपि – यह अंधे बालकों को शिक्षण देने की पद्धति है। इस पद्धति का विकास लुइस ब्रेल द्वारा किया गया। इस पद्धति में छात्रों को ब्रेल पुस्तक, ब्रेल स्लेट आदि द्वारा पढ़ना-लिखना सिखाया जाता हैं। ब्रेल अक्षरों को छात्र स्टाइलस (Stylus) की मदद से लिखते हैं। उभरे हुए बिन्दुओं पर छात्र अपनी अँगुली की नोंक रखकर ब्रेल अक्षरों को पढ़ते हैं। Your score is 0% पुनः प्रारम्भ करे आपको यह क्विज कैसी लगी ….रेटिंग दे | धन्यवाद 😍 👇👇 Send feedback फ्री टेस्ट , नोट्स और अपडेट के लिए Join करे 👇👇 Join WhatsApp Join Now Join Telegram Join Now