REET अधिगम | बाल विकास एवं शिक्षण विधियाँ | REET 2025 | मनोविज्ञान | महत्वपूर्ण प्रश्न by RPSC | December 21, 2024 Facebook फ्री टेस्ट , नोट्स और अपडेट के लिए Join करे 👇👇 Join WhatsApp Join Now Join Telegram Join Now Report a question What’s wrong with this question? You cannot submit an empty report. Please add some details. /10 88 12345678910 अधिगम | बाल विकास एवं शिक्षण विधियाँ | REET 2025 | मनोविज्ञान | महत्वपूर्ण प्रश्न 🔴महत्वपूर्ण निर्देश 🔴 ✅ टेस्ट शुरू करने से पहले कृपया सही जानकारी भरे | ✅ सभी प्रश्नों को आराम से पढ़कर उत्तर दे | ✅सभी प्रश्नों का उत्तर टेस्ट पूर्ण करने पर दिखाई देगा | ✅ टेस्ट पूर्ण करने पर सभी प्रश्नों के उत्तर विस्तार से समझाया गया है | Name 1 / 10 1. प्रेरणा-प्रबलन ह्रास सिद्धांत के प्रदाता हैं- हल फ्रायड मैस्लो केपसन Solution -प्रेरणा-प्रबलन ह्रास सिद्धान्त :- -प्रतिपादक – सी.एल.हल. (अमेरिका) -पुस्तक – प्रिंसीपल्स ऑफ बिहेवियर्स सिद्धान्त के अन्य नाम :- -आवश्यकता पूर्ति का सिद्धान्त -पुनर्बलन का सिद्धान्त -आवश्यकता का सिद्धान्त -सबलीकरण का सिद्धान्त -यह सिद्धान्त थॉर्नडाइक व पावलॉव के सिद्धान्त पर आधारित है। 2 / 10 2. जब पूर्व का अधिगम, नई स्थितियों में सीखने पर किसी भी प्रकार से कोई प्रभाव नहीं डालता है तो यह कहलाता है – अधिगम का सकारात्मक स्थानान्तरण अधिगम का शून्य स्थानान्तरण अधिगम का नकारात्मक स्थानान्तरण समस्या समाधान अधिगम Solution -अधिगम का शून्य स्थानान्तरण :- जब पूर्व का अधिगम, नई स्थितियों में सीखने पर किसी भी प्रकार से कोई प्रभाव नहीं डालता है तो उसे अधिगम का शून्य स्थानान्तरण कहा जाता है। जैसे – रहीम का दोहा याद करने के बाद कबीर का दोहा याद करने पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। 3 / 10 3. निम्नलिखित में से कौन-सा कथन सत्य है? घोड़े को तालाब तक ले जाया जा सकता है और उसको पानी पीने के लिए बाध्य किया जा सकता है। घोड़े को न तो तालाब तक ले जाया जा सकता है और न ही पानी पीने के लिए बाध्य किया जा सकता है। घोड़े को तालाब पर ले जाकर उसको पानी पिलाने के लिए सब कुछ किया जा सकता है। घोड़े को तालाब तक ले जाया जा सकता है, लेकिन उसको पानी पीने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। Solution -थॉर्नडाइक का तत्परता का नियम :- इसे मानसिक तैयारी या रुचि का नियम भी कहते हैं। इस नियम के अनुसार कोई प्राणी किसी कार्य को करने के लिए मानसिक व शारीरिक रूप से तैयार या तत्पर होता है तो उसे शीघ्र ही सीख लेता है। तत्परता व्यक्ति में कार्य के प्रति रुचि उत्पन्न करती है तथा रुचि से ही कार्य सफल होते हैं। -यदि प्राणी कार्य के प्रति तत्पर नहीं होता है तो उस कार्य को नहीं कर सकता है। जैसे -एक घोड़े को तालाब तक ले जाया जा सकता है लेकिन उसको पानी पीने के लिए बाध्य नहीं किया जा सकता। 4 / 10 4. एक शिक्षक होने के नाते आप सीखने के किस नियम को नहीं अपनायेंगे? आंशिक क्रिया का नियम तत्परता का नियम अभ्यास का नियम प्रलोभन का नियम Solution -सीखने के मुख्य नियम :- -तत्परता का नियम -अभ्यास का नियम -प्रभाव का नियम -गौण नियम :- -आंशिक क्रिया का नियम -बहुप्रतिक्रिया का नियम -मनोवृत्ति का नियम -सादृश्यता का नियम -साहचर्य परिवर्तन का नियम अत: एक शिक्षक होने के नाते हमें सीखने के प्रलोभन के नियम को नहीं अपनाना चाहिए। 5 / 10 5. निम्नलिखित में से कौन-सा अधिगम का निर्मितवाद उपागम है? छात्र जो नवीन सूचना को बार बार दोहराकर याद करता है। छात्र जो नवीन सूचना की विस्तार से विश्लेषण करता है, व्याख्या करता है और पूर्वज्ञान से जोड़कर सीखता है। छात्र जो नवीन सूचना, यदि पूर्वज्ञान से जिसे वह सच मानता है, से विरोधाभासी हो तो उसे नहीं सीखता है। छात्र जो शिक्षक का इन्तजार करता है कि वह उसे विशिष्ट प्रकरण के बारे में उसके पूर्वज्ञान की जानकारी लेकर नवीन सूचना को देगा। Solution -निर्मितवाद उपागम (Constructivism) – -अधिगम का निर्मितवाद/ज्ञान संरचनावाद उपागम संज्ञानवादी मनोवैज्ञानिकों पियाजे, ब्रूनर तथा वाइगोत्सकी की विचारधारा पर आधारित है। इस उपागम के अनुसार बालक जो नवीन सूचना की विस्तार से विश्लेषण करता है, व्याख्या करता है और पूर्वज्ञान से जोड़कर सीखता है। -निर्मितवाद पूर्वज्ञान और नवीन ज्ञान के बीच अंतर्क्रिया के माध्यम से ज्ञान की संरचना पर बल देता है। 6 / 10 6. सुल्तान नामक चिम्पैन्जी पर परीक्षण करने वाले वैज्ञानिक हैं- स्कीनर कोहलर वुडवर्थ वाटसन Solution -अंत:दृष्टि या सूझ का सिद्धांत :- अंत:दृष्टि/सूझ का सिद्धांत गेस्टाल्टवादी मनोवैज्ञानिकों की देन हैं। -प्रमुख गेस्टाल्टवादी – कोहलर, कोफ्का, मैक्स वर्दीमर, कुर्त लेविन। -प्रयोग – कोहलर ने सुल्तान नामक चिम्पैंजी पर परीक्षण किया। इस प्रयोग द्वारा कोहलर ने यह निष्कर्ष पाया कि विभिन्न समस्याओं को हल करने में उसके चिम्पैंजी ने प्रयास एवं त्रुटि विधि का प्रयोग नहीं किया। उसके अनुसार चिम्पैंजी ने सूझ या अंत:दृष्टि का प्रयोग कर अपनी समस्या को हल करने में सफलता प्राप्त की। 7 / 10 7. सूची-I को सूची-II से सुमेलित कीजिए और नीचे दिए गए कोड से सही उत्तर का चयन कीजिए – सूची-I (वैज्ञानिक) सूची-II (सिद्धान्त) I थॉर्नडाइक A अनुबंधित अनुक्रिया सिद्धांत II पावलॉव B पुनर्बलन का सिद्धान्त III क्लार्क हल C अन्तर्दृष्टि सिद्धान्त IV कोहलर D उद्दीपक अनुक्रिया सिद्धान्त कूट : I-D, II-B, III-C, IV-A I-B, II-D, III-C, IV-A I-D, II-A, III-B, IV-C I-A, II-B, III-D, IV-C Solution सूची-I (वैज्ञानिक) सूची-II (सिद्धान्त) I थॉर्नडाइक A उद्दीपक अनुक्रिया सिद्धान्त II पावलॉव B अनुबंधित अनुक्रिया सिद्धांत III क्लार्क हल C पुनर्बलन का सिद्धान्त IV कोहलर D अन्तर्दृष्टि सिद्धान्त 8 / 10 8. सीखने के पठार का कारण है– प्रेरणा का अभाव सीखने की अनुचित विधियाँ पुरानी आदतों एवं नई सीखी आदतों में संघर्ष उपर्युक्त सभी Solution सीखने के पठार – -जब सीखने की गति रुक जाती है अर्थात् उसमें न तो उन्नति होती है और न ही अवनति होती है, तो इस प्रक्रिया को अधिगम का पठार कहा जाता है। पठार के कारण – – प्रेरणा का अभाव – रुचि में कमी होना – शारीरिक सीमा अथवा थकान – सीखने की अनुचित विधियाँ – कार्य की बढ़ती जटिलता – पुरानी आदतों एवं नई सीखी आदतों में संघर्ष – प्राप्त ज्ञान को स्थायी बनाना 9 / 10 9. बालकों के सामने अनुकरणीय व्यवहार करना चाहिए। यह उक्ति अधिगम के किस सिद्धान्त से संबंधित है? प्राचीन अनुबंधन क्रियाप्रसूत अनुबंधन अव्यक्त अधिगम प्रेक्षणात्मक अधिगम Solution -प्रेक्षणात्मक अधिगम में व्यवहार का सीखना दूसरों को उस व्यवहार को करते हुए देखने/प्रेक्षण करने से होता है। बाण्डूरा और उनके सहयोगियों ने प्रेक्षणात्मक अधिगम पर प्रयोग किए। -प्रेक्षण द्वारा अधिगम की प्रक्रिया में प्राणी ज्ञान प्राप्त करता है। परन्तु वह किस प्रकार से आचरण करेगा यह इस पर निर्भर करता है कि उसने मॉडल को पुरस्कृत होते देखा है या दंडित होते हुए। -बच्चे अधिकांश सामाजिक व्यवहार दूसरों का प्रेक्षण तथा नकल कर सीखते हैं। 10 / 10 10. “अनुभव तथा प्रशिक्षण के द्वारा व्यवहार में होने वाले परिवर्तन को सीखना या अधिगम कहते हैं।” उपर्युक्त कथन का संबंध है- गार्डनर मरफी वुडवर्थ गेट्स व अन्य किंगस्ले एवं गैरी Solution -गेट्स व अन्य :- “अनुभव तथा प्रशिक्षण के द्वारा व्यवहार में होने वाले परिवर्तन को सीखना या अधिगम कहते हैं।” -गार्डनर मरफी :- “सीखने या अधिगम शब्द में वातावरण संबंधी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए व्यवहार में होने वाले सभी प्रकार के परिवर्तन सम्मिलित हैं।” -किंगस्ले एवं गैरी :- “अभ्यास अथवा प्रशिक्षण के फलस्वरूप नवीन तरीके से व्यवहार करने अथवा व्यवहार में परिवर्तन लाने की प्रक्रिया को सीखना कहते हैं।” Your score is 0% पुनः प्रारम्भ करे आपको यह क्विज कैसी लगी ….रेटिंग दे | धन्यवाद 😍 👇👇 Send feedback फ्री टेस्ट , नोट्स और अपडेट के लिए Join करे 👇👇 Join WhatsApp Join Now Join Telegram Join Now