REET शिक्षण अधिगम प्रक्रिया, शिक्षण अधिगम के व्यूह रचना, शिक्षण अधिगम के विधियाँ | बाल विकास एवं शिक्षण विधियाँ | REET 2025 | मनोविज्ञान | महत्वपूर्ण प्रश्न by RPSC | December 25, 2024 Facebook फ्री टेस्ट , नोट्स और अपडेट के लिए Join करे 👇👇 Join WhatsApp Join Now Join Telegram Join Now Report a question What’s wrong with this question? You cannot submit an empty report. Please add some details. /20 32 1234567891011121314151617181920 शिक्षण अधिगम प्रक्रिया, शिक्षण अधिगम के व्यूह रचना, शिक्षण अधिगम के विधियाँ | बाल विकास एवं शिक्षण विधियाँ | REET 2025 | मनोविज्ञान | महत्वपूर्ण प्रश्न 🔴महत्वपूर्ण निर्देश 🔴 ✅ टेस्ट शुरू करने से पहले कृपया सही जानकारी भरे | ✅ सभी प्रश्नों को आराम से पढ़कर उत्तर दे | ✅सभी प्रश्नों का उत्तर टेस्ट पूर्ण करने पर दिखाई देगा | ✅ टेस्ट पूर्ण करने पर सभी प्रश्नों के उत्तर विस्तार से समझाया गया है | Name 1 / 20 1. किस प्रणाली में लिखने की शिक्षा पढ़ने की शिक्षा से पहले दी जाती है? डाल्टन प्रणाली में किण्डर गार्टन प्रणाली में मॉण्टेसरी प्रणाली में विनेटिका योजना में Solution • मॉण्टेसरी प्रणाली – • इसकी प्रवर्तक डॉ. मारिया मॉण्टेसरी (इटली) है। • इस विधि में इंद्रिय प्रशिक्षण पर बल दिया जाता है। • इस प्रणाली में लिखने की शिक्षा पढ़ने की शिक्षा से पहले दी जाती है। • यह प्राकृतिक वातावरण में शिक्षा के विकास पर बल देती है। • मॉण्टेसरी ने बालकों के स्वतंत्र शिक्षण व्यक्तिगत शिक्षण व ज्ञानेन्द्रिय प्रशिक्षण पर बल दिया है। • इस विधि में खेल-खेल में बालकों को कर्मेन्द्रियों की शिक्षा दी जाती हैं। 2 / 20 2. शिक्षा के क्षेत्र में निम्नलिखित में से सबसे महत्त्वपूर्ण होता है- शिक्षक विद्यार्थी पाठ्यक्रम पाठ्यपुस्तक Solution • प्रसिद्ध विद्वान जॉन डी. वी. ने अपनी पुस्तक ‘शिक्षा एवं समाज’ में शिक्षा के तीन तत्त्व बताए और शिक्षा को त्रिमार्गीय प्रक्रिया बताया – • शिक्षा के क्षेत्र में विद्यार्थी सबसे महत्त्वपूर्ण होता है। 3 / 20 3. हरबर्ट का संबंध ……………… शिक्षण स्तर से है। स्मृति स्तर बोध स्तर चिन्तन स्तर उपर्युक्त में से कोई नहीं Solution • हरबर्ट का संबंध स्मृति स्तर के शिक्षण से है। स्मृति स्तर की प्रकृति विचारहीन है। इससे ज्ञानात्मक उद्देश्यों की प्राप्ति होती है। इसका संबंध बुद्धि से है। इसमें कक्षा का वातावरण निष्क्रिय होता है। • यह S-R सिद्धान्त पर आधारित है। • इस शिक्षण में व्याख्यान विधि का प्रयोग किया जाता है। • इसमें शिक्षण का मूल्यांकन वस्तुनिष्ठ व मौखिक विधि से किया जाता है। 4 / 20 4. निम्न में से कौन-सी मूल्यांकन की विशेषता नहीं है? (1) सतत प्रक्रिया (2) नकारात्मक प्रक्रिया (3) सामाजिक प्रक्रिया (4) निर्णयात्मक प्रक्रिया (5) सहकारी प्रक्रिया (6) केवल संख्यात्मक प्रक्रिया कूट: केवल 5 केवल 6 केवल 2,5 व 6 केवल 2 व 6 Solution • मूल्यांकन विशेषताएँ – (1) सतत प्रक्रिया है। (2) सकारात्मक प्रक्रिया है। (3) सामाजिक प्रक्रिया है। (4) निर्णयात्मक प्रक्रिया है। (5) सहकारी प्रक्रिया है। (6) संख्यात्मक एवं गुणात्मक दोनों प्रक्रिया है। (7) इसका संबंध सम्पूर्ण व्यक्तित्व से है। 5 / 20 5. डॉ. वेस्ट ने किस विधि को सुग्गा पद्धति की संज्ञा दी है? व्याख्यान विधि व्याख्यान युक्त प्रदर्शन विधि पाठ्यपुस्तक विधि कहानी विधि Solution • पाठ्यपुस्तक विधि – • इसे सुग्गा विधि भी कहते है। • शिक्षा में यह सबसे अधिक प्रचलित विधि है। • लिखने एवं बोलने की अपेक्षा पढ़ने की क्षमता प्रदान करना अधिक सुगम है। इस कारण डॉ. वेस्ट ने इसे सुग्गा पद्धति कहा है। 6 / 20 6. निम्न में से किसने शिक्षण को त्रिमुखी प्रक्रिया माना है? (1) जॉन डीवी (2) एडम्स महोदय (3) रायबर्न (4) मॉरिसन कूट: केवल 2 केवल 1 केवल 1 व 3 केवल 3 Solution • शिक्षण की त्रिमुखी प्रक्रिया – जॉन डीवी – शिक्षक, शिक्षार्थी, समाज रायबर्न – शिक्षक, शिक्षार्थी, विषय 7 / 20 7. शिक्षण की प्रकृति के संदर्भ में असत्य है – शिक्षण एक अन्त: प्रक्रिया है। शिक्षण एक उपचार विधि है। शिक्षण कला तथा विज्ञान दोनों हैं। शिक्षण एक अतार्किक क्रिया है। Solution • शिक्षण की प्रकृति – • शिक्षण एक अन्त: प्रक्रिया है। • शिक्षण एक उपचार विधि है। • शिक्षण कला तथा विज्ञान दोनों हैं। • शिक्षण एक तार्किक क्रिया है। • शिक्षण एक सामाजिक तथा व्यावसायिक प्रक्रिया है। • शिक्षण एक विकासात्मक प्रक्रिया है। • शिक्षण संवेगों का प्रशिक्षण है। • शिक्षण एक सोद्देश्य प्रक्रिया है। • शिक्षण एक औपचारिक तथा अनौपचारिक प्रक्रिया है। • शिक्षण पथ-प्रदर्शन है। 8 / 20 8. निम्नलिखित शिक्षण अधिगम प्रक्रिया को क्रमवार जमाइए- (1) वर्तमान ज्ञान को पूर्व ज्ञान से जोड़ना। (2) मूल्यांकन। (3) उद्देश्य निर्माण। (4) सामग्री का प्रस्तुतीकरण। कूट:- (1), (2), (3) व (4) (2), (1), (3) व (4) (4), (3), (1) व (2) (3), (1), (4) व (2) Solution • शिक्षण अधिगम प्रक्रिया – • उद्देश्य निर्माण/शिक्षण लक्ष्यों को सूत्रबद्ध करना • वर्तमान ज्ञान को पूर्व ज्ञान से जोड़ना • शिक्षण सामग्री का प्रस्तुतीकरण • मूल्यांकन • पुनर्शिक्षण 9 / 20 9. डॉल्टन विधि के प्रमुख सिद्धांत है- बाल केन्द्रित शिक्षा व्यक्तिगत शिक्षा स्वाध्याय पर बल उपर्युक्त सभी Solution • डॉल्टन विधि के प्रमुख सिद्धान्त – • बालकेन्द्रित शिक्षा • व्यक्तिगत शिक्षा • स्वाध्याय पर बल • पूर्ण स्वतंत्रता • शिक्षक पथ • मनोवैज्ञानिकता 10 / 20 10. ……….. का क्षेत्र व्यापक है। अनुदेशन प्रशिक्षण शिक्षण प्राप्य उद्देश्य Solution • शिक्षण का क्षेत्र व्यापक है। यह निरन्तर चलने वाली प्रक्रिया है। यह बाल केन्द्रित होता है। यह औपचारिक तथा अनौपचारिक दोनों प्रकार के शिक्षा के साधनों द्वारा दिया जाता है। • अनुदेशन, शिक्षण का एक अंग तथा कक्षा तक सीमित है तथा प्रशिक्षण का क्षेत्र अत्यन्त संकुचित है। 11 / 20 11. हेनरी कॉल्डवेल कुक किस विधि के प्रवर्तक हैं? खेल विधि अभिनय विधि गीत प्रणाली व्यास विधि Solution • खेल विधि – खेल विधि के प्रवर्तक हेनरी कॉल्डवेल कुक है। उन्होंने अपनी पुस्तक ‘Play Way’ में इसकी उपयुक्तता अंग्रेजी शिक्षण हेतु बताई है। जब बच्चा इस प्रणाली के द्वारा शिक्षण में रुचि लेने लग जाता है तो वह उसके लिए शिक्षण न रहकर एक खेल की तरह हो जाता है। • प्राथमिक स्तर के शिक्षण में खेल विधि को सर्वश्रेष्ठ विधि माना जाता है। 12 / 20 12. बेसिक शिक्षा प्रणाली किसकी देन है? कृष्णमूर्ति विवेकानंद महात्मा गाँधी गोखले Solution • बेसिक शिक्षा प्रणाली – इस विधि को महात्मा गाँधी के द्वारा बताया गया। • इस विधि के अन्तर्गत उन्होंने मातृभाषा को अत्यधिक महत्त्वपूर्ण स्थान दिया तथा बालकों को किसी भी कार्य से परिचित करवाने के लिए उस क्षेत्र से संबंधित शब्दावली का अधिक से अधिक प्रयोग अपने सामान्य बोलचाल की भाषा में किया जिससे बालक उस विशिष्ट कार्य की शब्दावली से परिचित हो जाता है। 13 / 20 13. “करके सीखना (Learning by doing)” प्रमुख रूप से किस शिक्षण सिद्धान्त की वकालात करता है? चयन का सिद्धान्त सहसम्बन्ध का सिद्धान्त वैयक्तिक भिन्नता का सिद्धान्त क्रियाशीलता का सिद्धान्त Solution • क्रियाशीलता का सिद्धान्त – – रायबर्न के अनुसार – “छात्र की क्रियाशीलता का सिद्धान्त सम्पूर्ण शिक्षण में सर्वप्रथम महत्त्व रखता है।” – फ्रॉबेल, थॉर्नडाइक, किलपैट्रिक आदि विद्वानों ने करके सीखने पर विशेष बल दिया। – फ्रॉबेल के अनुसार – बालक क्रिया के द्वारा ही कार्य को सीखता है। अत: जहाँ तक संभव हो उसे ‘करके सीखने’ का अवसर प्रदान करना चाहिए। 14 / 20 14. शैक्षिक प्रक्रिया में मुख्य घटक सम्मिलित है- अधिगमकर्ता और शिक्षक अधिगम अनुभव, अधिगम प्रक्रिया और अधिगम वातावरण (1) और (2) दोनों उपर्युक्त में से कोई नहीं Solution • शैक्षिक प्रक्रिया में मुख्य घटक – • अधिगमकर्ता • शिक्षक • अधिगम अनुभव • अधिगम प्रक्रिया • अधिगम वातावरण 15 / 20 15. बी.एस. ब्लूम ने “ज्ञानात्मक शैक्षिक उद्देश्यों का वर्गीकरण” में ज्ञानात्मक पक्ष को व्यापक रूप से …………. भागों में विभक्त किया। 4 6 5 3 Solution • बी. एस. ब्लूम के “ज्ञानात्मक शैक्षिक उद्देश्यों का वर्गीकरण” के संदर्भ में ज्ञानात्मक पक्ष के भाग – 1. ज्ञान 2. बोध 3. अनुप्रयोग 4. विश्लेषण 5. संश्लेषण 6. मूल्यांकन 16 / 20 16. निम्नलिखित में से कौन-सी क्रिया आधारित विधि नहीं है? प्रोजेक्ट विधि प्रयोगशाला विधि व्याख्यान विधि खोज विधि Solution • क्रिया आधारित विधियाँ – • प्रोजेक्ट विधि • प्रयोगशाला विधि • खोज विधि जबकि व्याख्यान विधि क्रिया आधारित विधि नहीं है। इसमें छात्र निष्क्रिय रहते हैं तथा यह अमनोवैज्ञानिक विधि है। 17 / 20 17. विधि एवं प्रवर्तक के संदर्भ में असंगत है- डैक्राली प्रणाली-कुमारी हेलेन पार्कहर्स्ट मॉण्टेसरी प्रणाली-डॉ. मारिया मॉण्टेसरी विनेटिका योजना-कार्लटन वाशबर्न किण्डर गार्टन-फ्रोबेल Solution • शिक्षण विधि प्रवर्तक डैक्रॉली प्रणाली – डैक्रॉली मॉण्टेसरी प्रणाली – डॉ. मारिया मॉण्टेसरी विनेटिका योजना – कार्लटन वाशबर्न किण्डर गार्टन – फ्रोबेल 18 / 20 18. बाल केंद्रित शिक्षण विधि का अर्थ है- बच्चों को शिक्षक का अनुसरण और अनुकरण करने के लिए कहना बच्चों को पूर्ण रूप से स्वतंत्रता देना बच्चों को नैतिक शिक्षा देना बच्चों की अभिव्यक्ति और उनकी सक्रिय भागीदारी को महत्त्व देना Solution • बाल केन्द्रित शिक्षण विधि – बाल केन्द्रित शिक्षण विधि का अर्थ बच्चों की अभिव्यक्ति और उनकी सक्रिय भागीदारी को महत्त्व देना है। • इसमें बालक को शिक्षण का केन्द्र माना जाता है। • इसमें बालक की आवश्यकता, रुचि, स्तर, सृजनात्मकता आदि को ध्यान में रखा जाता है। इसमें बालक को सक्रिय रखा जाता है तथा उसे स्वतंत्रतापूर्वक सीखने का अवसर दिया जाता है। • इसमें शिक्षक की भूमिका अधिगम परिस्थितियों को उत्पन्न करने वाले तथा मार्गदर्शक की होती है। • यह विधियाँ करके सीखने के सिद्धान्त पर आधारित है। 19 / 20 19. फ्रोबेल ने ………….. खेल को अत्यधिक महत्त्व दिया था। गेंद का खेल फुटबॉल शतरंज मुक्केबाजी Solution • किण्डर गार्टन विधि – इस विधि को फ्रोबेल नामक शिक्षाविद् ने विकसित किया। फ्रोबेल बालकों को पौधे के समान मानते थे। उन्होंने प्रभावी शिक्षण के लिए 20 प्रकार के उपहारों का प्रयोग किया। • इस विधि के अंतर्गत बालकों को स्व-अभिव्यक्ति अथवा आत्म प्रकाशन के अधिकाधिक अवसर प्राप्त होते हैं जिसके लिए बालकों को खेल द्वारा शिक्षण करवाया जाता हैं जिसमें गीत एवं अभिनय आदि का प्रयोग किया जाता है। यह विधि छोटे बालकों के लिए अत्यधिक उपयोगी है। • फ्रोबेल ने गेंद के खेल को अत्यधिक महत्त्व दिया था। 20 / 20 20. ठेका प्रणाली है- मॉण्टेसरी विधि किण्डर गार्टन विधि विनेटिका योजना डाल्टन विधि Solution • डॉल्टन विधि – इस विधि की प्रवर्तक कुमारी हेलेन पार्कहर्स्ट है। इस विधि को डॉल्टन विधि इसलिए कहा जाता है क्योंकि पार्कहर्स्ट ने अमेरिका के डॉल्टन नामक नगर में सर्वप्रथम इसका प्रयोग किया था। इस विधि को ठेका प्रणाली भी कहा जाता है। • मॉण्टेसरी प्रणाली – • इसकी प्रवर्तक डॉ. मारिया मॉण्टेसरी (इटली) हैं। •इस विधि में इंद्रिय प्रशिक्षण पर बल दिया जाता है। •यह प्राकृतिक वातावरण में शिक्षा के विकास पर बल देती है। •इस विधि में खेल-खेल में बालकों को कर्मेन्द्रियों की शिक्षा दी जाती है। • विनेटिका योजना – •इसके प्रवर्तक कार्लटन वाशबर्न माने जाते हैं। •इस विधि में व्यक्तिगत विभिन्नता पर बल दिया जाता है तथा सामाजिक विकास भी करवाया जाता है। • इस विधि में उच्चारण नहीं करवाया जाता। इस विधि में बालक शिक्षक से अत्यधिक प्रभावित होता है। • किण्डर गार्टन पद्धति – •इस विधि को फ्रॉबेल नामक शिक्षाविद् ने विकसित किया। फ्रॉबेल बालकों को पौधे के समान मानते थे। उन्होंने प्रभावी शिक्षण के लिए 20 प्रकार के उपहारों का प्रयोग किया। •फ्रॉबेल ने गेंद के खेल को अत्यधिक महत्त्व दिया था। Your score is 0% पुनः प्रारम्भ करे आपको यह क्विज कैसी लगी ….रेटिंग दे | धन्यवाद 😍 👇👇 Send feedback फ्री टेस्ट , नोट्स और अपडेट के लिए Join करे 👇👇 Join WhatsApp Join Now Join Telegram Join Now