REET व्यक्तिगत विभिन्नाताएँ | बाल विकास एवं शिक्षण विधियाँ | REET 2025 | मनोविज्ञान | महत्वपूर्ण प्रश्न by RPSC | December 21, 2024 Facebook फ्री टेस्ट , नोट्स और अपडेट के लिए Join करे 👇👇 Join WhatsApp Join Now Join Telegram Join Now Report a question What’s wrong with this question? You cannot submit an empty report. Please add some details. /10 28 12345678910 व्यक्तिगत विभिन्नाताएँ | बाल विकास एवं शिक्षण विधियाँ | REET 2025 | मनोविज्ञान | महत्वपूर्ण प्रश्न 🔴महत्वपूर्ण निर्देश 🔴 ✅ टेस्ट शुरू करने से पहले कृपया सही जानकारी भरे | ✅ सभी प्रश्नों को आराम से पढ़कर उत्तर दे | ✅सभी प्रश्नों का उत्तर टेस्ट पूर्ण करने पर दिखाई देगा | ✅ टेस्ट पूर्ण करने पर सभी प्रश्नों के उत्तर विस्तार से समझाया गया है | Name 1 / 10 1. अभिरुचि, अभिवृत्ति, उपलब्धि तथा लिंग कौन- सी विभिन्नताओं के क्षेत्र है ? व्यक्ति की आंतरिक विभिन्नताएँ सामाजिक विभिन्नताएँ वैयक्तिक विभिन्नताएँ चारित्रिक विभिन्नताएँ Solution – वैयक्तिक विभिन्नताओं के क्षेत्र:- – शारीरिक विभिन्नता – मानसिक विभिन्नता – अभिरुचि, विचारों की विभिन्नता – अभिवृत्ति, अभिक्षमता में विभिन्नता – संवेगात्मक विभिन्नता – गामक कौशलों में विभिन्नता – लैंगिक, उपलब्धि संबंधित विभिन्नताएँ 2 / 10 2. कौन- सा व्यक्तिगत भिन्नताओं का कारण नहीं है? वंशानुक्रम वातावरण परिपक्वता निर्देशन Solution – वैयक्तिक विभिन्नता के कारण :- – आनुवंशिकता/वंशानुक्रम – वातावरण – प्रजाति एवं राष्ट्रीयता – आयु एवं बुद्धि – परिपक्वता – लिंग – आर्थिक स्थिति एवं शिक्षा 3 / 10 3. व्यक्तिगत भिन्नता का ज्ञान अध्यापक को मदद करता है: कक्षा में अनुशासन बनाए रखने में छात्रों के गृहकार्य के मूल्यांकन में शिक्षण अधिगम क्रियाओं की योजना बनाने में कक्षा में आवश्यक व्यवस्था बनाए रखने में Solution – व्यक्तिगत भिन्नता का ज्ञान अध्यापक को शिक्षण अधिगम क्रियाओं की योजना बनाने में मदद करता है। – उचित शिक्षा के लिए यह आवश्यक है कि छात्रों का अलग- अलग समूहीकरण या वर्गीकरण किया जाए। – वैयक्तिक भिन्नता के आधार पर अध्यापक को पाठ्यक्रम का निर्माण करना चाहिए। – गृह कार्य देते समय वैयक्तिक विभिन्नता का ज्ञान शिक्षक के लिए विशेष उपयोगी सिद्ध होता है। 4 / 10 4. व्यक्तिगत विभिन्नताओं को ध्यान में रखते हुए विद्यार्थियों के शिक्षण के लिए प्रायोजना पद्धति (Project Method) के निर्माता थे- थॉर्नडाइक किलपैट्रिक पार्कहर्स्ट वाटसन Solution – प्रायोजना पद्धति (Project Method) :- अमेरिका के प्रसिद्ध शिक्षाशास्त्री किलपैट्रिक ने इस प्रणाली का आविष्कार किया। इन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में व्याप्त तत्कालीन दोषों को दूर करने एवं उसे जीवन उपयोगी बनाने के लिए एक नई शिक्षण प्रणाली का आविष्कार किया जिसे प्रोजेक्ट प्रणाली कहते हैं। – प्रोजेक्ट वह सहृदय उद्देश्यपूर्ण कार्य है जो पूर्ण संलग्नता से सामाजिक पर्यावरण में किया जाता है। 5 / 10 5. वैयक्तिक विभिन्नता का सर्वप्रथम अध्ययन किसके द्वारा किया गया? फ्रांसिस गाल्टन, 1869 में जॉन डीवी, 1924 में थर्स्टन, 1927 में जेम्स ड्रेवर, 1870 में Solution – फ्रांसिस गाल्टन ने सन् 1869 में सर्वप्रथम वैयक्तिक विभिन्नताओं का व्यवस्थित व क्रमबद्ध अध्ययन किया। इनकी पुस्तक- Hereditary Genius है। 6 / 10 6. वैयक्तिक विभिन्नताओं के मापन के लिए सबसे अच्छी मापनी है- नामिक या वर्गीकृत मापनी क्रमिक मापनी अन्तराल मापनी अनुपात मापनी Solution – अनुपात मापनी– – सबसे अधिक प्रचलित तथा लोकप्रिय मापनी है क्योंकि इसके द्वारा मापन अत्यधिक यथार्थ तथा शुद्ध रहता है। – मापन की यह वस्तुनिष्ठ, विश्वसनीय तथा वैज्ञानिक मापनी है। – इस मापनी की प्रमुख विशेषता निरपेक्ष शून्य बिन्दु (Absolute Zero) है। इस शून्य बिन्दु का संबंध किसी घटना, शीलगुण अथवा विशेषता की शून्य मात्रा से होता है। – वैयक्तिक विभिन्नताओं के मापन के लिए अनुपात मापनी सबसे अच्छी मापनी है। 7 / 10 7. “दो बालकों में समान मानसिक योग्यताएँ नहीं होती हैं।” उक्त कथन किस मनोवैज्ञानिक का है? हरलॉक सोरेनसन क्रो एंड क्रो जीन पियाजे Solution – हरलॉक – “दो बालकों में समान मानसिक योग्यताएँ नहीं होती हैं।” – जेम्स ड्रेवर– “औसत समूह से मानसिक, शारीरिक विशेषताओं के संदर्भ में अंतर को वैयक्तिक विभिन्नता कहते हैं। यह मात्रात्मक व संख्यात्मक होती है न कि गुणात्मक।” 8 / 10 8. व्यक्तिगत भेद में पाते हैं कि – विचलनशीलता प्रतिमानता 1 व 2 दोनों उपर्युक्त में से कोई नहीं Solution – वैयक्तिक विभिन्नता का अर्थ – – व्यक्तियों में पाई जाने वाली उन सभी भिन्नताओं तथा भेदों को, जो एक- दूसरे से अलग करते हुए एक व्यक्ति को अपने आप में एक अनुपम व्यक्ति बनाती है, वैयक्तिक भिन्नता कहलाती है। – प्रत्येक बालक विशिष्ट होता है। समाज में सभी बालक एक समान प्रकृति के नहीं होते हैं और उन बालकों में विभिन्न प्रकार की अलग- अलग विशेषताएँ होती हैं। – व्यक्तिगत भेद में विचलनशीलता व प्रतिमानता दोनों पाई जाती हैं। – फ्रांसिस गाल्टन ने सन् 1869 में सर्वप्रथम वैयक्तिक विभिन्नताओं का व्यवस्थित व क्रमबद्ध अध्ययन किया। 9 / 10 9. विद्यालय में वैयक्तिक भिन्नता के लिए व्यवस्था के संदर्भ में संगत सुझाव हैं— (1) वैयक्तिक क्षमताओं व योग्यताओं का उचित ज्ञान (2) योग्यता के अनुसार समूह में विभक्त करना (3) पाठ्यक्रम को समायोजित करना (4) शिक्षण विधियों को समायोजित करना। (5) व्यक्तिगत रूप से शिक्षा प्रदान करने के लिए विशिष्ट कार्यक्रम अथवा विधियों को अपनाना कूट – 1 और 2 सही हैं। 2 और 3 सही हैं। 3 और 4 सही हैं। 1, 2, 3, 4 एवं 5 सही हैं। Solution – विद्यालय में वैयक्तिक भिन्नता के लिए व्यवस्था – – वैयक्तिक क्षमताओं व योग्यताओं का उचित ज्ञान – योग्यता के अनुसार समूह में विभक्त करना – पाठ्यक्रम को समायोजित करना – शिक्षण विधियों को समायोजित करना। – व्यक्तिगत रूप से शिक्षा प्रदान करने के लिए विशिष्ट कार्यक्रम अथवा विधियों को अपनाना 10 / 10 10. स्कीनर ने किसे वैयक्तिक विभिन्नता की एक विशेषता नहीं माना हैं? शारीरिक विकास प्रसामान्यता शीलगुणों का परस्पर संबंध आनुवंशिकता एवं वातावरण का प्रभाव Solution – स्कीनर के अनुसार वैयक्तिक विभिन्नता के स्वरूप की विशेषताएँ– (1) विभिन्नता (Variability) (2) प्रसामान्यता (Normality) (3) वर्द्धन की विभेदीय दर (Differential rate of growth) (4) सीखने की विभेदीय दर (Differential rate of learning) (5) शीलगुणों के परस्पर संबंध (Inter- relationship of traits) (6) आनुवंशिकता तथा वातावरण का प्रभाव (Influence of heredity and environment) Your score is 0% पुनः प्रारम्भ करे आपको यह क्विज कैसी लगी ….रेटिंग दे | धन्यवाद 😍 👇👇 Send feedback फ्री टेस्ट , नोट्स और अपडेट के लिए Join करे 👇👇 Join WhatsApp Join Now Join Telegram Join Now