REET LEVEL 1 जल के गुण और प्रबंधन | REET 1st Level 2025 | पर्यावरण | महत्वपूर्ण प्रश्न by RPSC | December 23, 2024 Facebook फ्री टेस्ट , नोट्स और अपडेट के लिए Join करे 👇👇 Join WhatsApp Join Now Join Telegram Join Now Report a question What’s wrong with this question? You cannot submit an empty report. Please add some details. /10 15 12345678910 जल के गुण और प्रबंधन | REET 1st Level 2025 | पर्यावरण | महत्वपूर्ण प्रश्न 🔴महत्वपूर्ण निर्देश 🔴 ✅ टेस्ट शुरू करने से पहले कृपया सही जानकारी भरे | ✅ सभी प्रश्नों को आराम से पढ़कर उत्तर दे | ✅सभी प्रश्नों का उत्तर टेस्ट पूर्ण करने पर दिखाई देगा | ✅ टेस्ट पूर्ण करने पर सभी प्रश्नों के उत्तर विस्तार से समझाया गया है | Name 1 / 10 1. रेन वॉटर हार्वेस्टिंग का तात्पर्य किससे है? वर्षा जल संग्रहण से वृक्षारोपण से जल निकासी से कृषि पद्धति से Solution रेन वॉटर हार्वेस्टिंग (वर्षा जल संग्रहण) – वर्षा जल संग्रहण की यह सबसे आधुनिक विधि है। राज्य में जल की कमी को देखते हुए राज्य सरकार ने वर्षा जल संग्रहण हेतु आवास परिसरों, संस्थानों, प्रतिष्ठानों, होटलों आदि पर इस सिस्टम को लगाना अनिवार्य कर दिया है। रेन वॉटर हार्वेस्टिंग द्वारा निम्नलिखित प्रकार से वर्षा के जल का संचयन किया जा सकता है- (1) वर्षा जल को सीधे जमीन में उतारना (2) खाई बनाकर रिचार्जिंग करना (3) कुओं में पानी उतारना (4) ट्यूबवेल में पानी उतारना 2 / 10 2. निम्नलिखित में से असुमेलित युग्म है – चाँद बावड़ी – आभानेरी (दौसा) दूध बावड़ी – सिरोही रानी जी की बावड़ी – कोटा त्रिमुखी बावड़ी – उदयपुर Solution चाँद बावड़ी – आभानेरी (दौसा) दूध बावड़ी – सिरोही रानी जी की बावड़ी – बूँदी त्रिमुखी बावड़ी – उदयपुर 3 / 10 3. इंदिरा गाँधी नहर परियोजना का जनक किसे माना जाता है? महाराजा गंगासिंह सरदार पटेल महात्मा गाँधी कँवरसेन Solution इंदिरा गाँधी नहर परियोजना का जनक डॉ. कँवरसेन को माना जाता है। यह नहर राजस्थान की एक प्रमुख नहर है। इस नहर का पुन: उद्घाटन 31 मार्च, 1958 को हुआ जबकि 2 नवंबर, 1984 को इसका नाम इंदिरा गाँधी नहर परियोजना कर दिया गया। • महाराजा गंगा सिंह – बीकानेर राठौड़ राजवंश के लोकप्रिय महाराजा। उपलब्धियाँ :- • पेरिस शांति सम्मेलन 1919 में भारत का प्रतिनिधित्व किया। • 1920-26 से भारतीय चैंबर ऑफ प्रिंसेस के चांसलर रहे। • गंगनहर का निर्माण करवाया इसलिए ” राजस्थान का भागीरथ “कहते है। • पिता लालसिंह की याद में लालगढ़ पैलेस का निर्माण कराया। • उन्होंने राज्य में रेलवे और बिजली नेटवर्क की शुरुआत की। उन्होंने जेल सुधार लागू किए। बीकानेर के कैदियों ने भारत के कालीन बुने और बनाए जो अंतरराष्ट्रीय बाजारों में बेचे गए। • उन्होंने देशनोक स्थित करणी माता मंदिर के मुख्य द्वार के रूप में उपयोग किए जाने हेतु दो अलंकृत चांदी के द्वार दान किए। 4 / 10 4. कथन (A) राजस्थान के पश्चिमी मरुस्थली जिलों में आजकल भरपूर खाद्यान्न फसलें उत्पन्न होती है। कारण (B) इंदिरा गाँधी नहर ने जैसलमेर और जोधपुर जिलों में सिंचाई सुविधाएँ प्रदान कर दी है। सही विकल्प का चयन कीजिए- कथन सही और कारण भी सही है कथन गलत है और कारण भी गलत है कथन सही है परन्तु कारण गलत है कथन सही है परन्तु कारण गलत है Solution इंदिरा गाँधी नहर परियोजना से उत्तरी-पश्चिमी राजस्थान के 10 जिले लाभान्वित हो रहे हैं, जिनमें से 6 जिलों (हनुमानगढ़, गंगानगर, चूरू, बीकानेर, जोधपुर, जैसलमेर) को सिंचाई एवं पेयजल सुविधा तथा 4 जिलों (नागौर, बाड़मेर, सीकर, झुन्झुनूं) को पेयजल सुविधा है। नवीन जिलों के पुनर्गठन के उपरान्त अनुमानतः सिंचाई एवं पेयजल सुविधा हेतु फलौदी, जोधपुर ग्रामीण एवं अनूपगढ़ जिलों को तथा पेयजल हेतु नीम का थाना एवं डीडवाना-कुचामन को शामिल किया जायेगा। 5 / 10 5. टांका और खड़ीन है – आदिवासी युद्धकौशल कृषि औजार कृषि पद्धतियाँ परंपरागत जल संरक्षण संरचनाएँ Solution परंपरागत जल संरक्षण संरचनाएँ • खड़ीन – कृषि भूमि के ढाल के विपरीत दिशा में मिट्टी का बाँध बनाकर पानी का संग्रहण किया जाता है। • टांका – इनका निर्माण खेतों, घरों, गढ़ों तथा किलों में वर्षा जल के संग्रहण हेतु किया जाता रहा है। • जोहड़ – शेखावाटी क्षेत्र में वर्षा जल संरक्षण एवं संग्रहण हेतु अन्तः प्रवाह क्षेत्र में बनाए गए कच्चे कुएँ को जोहड़ कहते है। • नाडी – छोटे तालाब व पोखर को नाडी कहते है। नाडी का सर्वाधिक प्रचलन जोधपुर क्षेत्र में हैं । • टोबा – यह नाडी के समान होता हैं, जो अधिक गहरा तथा ऊपर से चतुर्भुजाकार या वर्गाकार होता हैं। • झालरा – उच्च भूमि क्षेत्र के वर्षा जल रिसाव को संरक्षित करने हेतु उच्च भूमि के तलहटी में बनाया गया कुण्ड झालरा कहलाता है। राजस्थान में सर्वाधिक झालरा जोधपुर में स्थित है। 6 / 10 6. जल संचयन के लिए कौन-सा तरीका सबसे अच्छा है? बारिश के पानी को इकट्ठा करना जलाशयों में जल को संग्रहीत करना पाइपलाइनों के माध्यम से जल को पहुँचाना जल को फिल्टर करना Solution • जल संचयन के लिए बारिश के पानी को इकट्ठा करना सबसे अच्छा तरीका है। इससे जल की कमी को रोका जा सकता है और जल के उपयोग को बढ़ाया जा सकता है • वर्षा जल संचयन एक टिकाऊ, किफायती और सुरक्षित तकनीक/विधि है जो छत जैसी अपेक्षाकृत साफ सतहों से बारिश के पानी को इकट्ठा करने, ले जाने और बाद में उपयोग के लिए संग्रहीत करने की है। आम तौर पर, पानी को वर्षा जल टैंक में संग्रहीत किया जाता है। यह पानी की कमी की अवधि के दौरान एक वैकल्पिक जल संसाधन के रूप में कार्य करता है। 7 / 10 7. निम्नलिखित कथनों में से जल संरक्षण का/के उपाय है/हैं – सिंचाई हेतु नवीन पद्धतियों को अपनाना वृक्षारोपण में वृद्धि वर्षा जल का संचयन उपर्युक्त तीनों Solution ♦ जल संरक्षण के उपाय – • सिंचाई हेतु नवीन पद्धतियों को अपनाना। • भूमिगत जल का विवेकपूर्ण उपयोग। • वृक्षारोपण में वृद्धि (वनस्पति विनाश पर नियंत्रण) • कृषि पद्धति एवं फसल प्रतिरूप में परिवर्तन । • परम्परागत जल संरक्षण/वर्षा जल संरक्षण विधियों का उपयोग • वर्षा जल का संचयन (रूफ टॉप व रेन वॉटर हॉर्वेस्टिंग) • छोटे तालाबों, बाँधों एवं एनीकटों का निर्माण • नहरी तंत्र का सुदृढ़ीकरण (जर्जर नहरी तंत्र की मरम्मत) 8 / 10 8. चम्बल परियोजना राजस्थान और मध्यप्रदेश की संयुक्त परियोजना हैं जिसमे दोनों की साझेदारी क्रमशः है- 75 : 25 60 : 40 50 : 50 10 : 90 Solution ♦ चम्बल परियोजना :- • यह भारत की एक बहुद्देशीय परियोजना है, जिसमें सिंचाई एवं विद्युत उत्पादन प्राथमिक उद्देश्य है। • चम्बल परियोजना राजस्थान और मध्य प्रदेश की संयुक्त परियोजना है, जिसमें दोनों की 50 : 50 प्रतिशत की साझेदारी है। • चम्बल परियोजना को वर्ष 1950 में केन्द्रीय जल शक्ति बोर्ड ने स्वीकृत किया, जिसके अन्तर्गत चम्बल नदी पर बाँधों का निर्माण कर इसके जल को सिंचाई और विद्युत उत्पादन में उपयोग करना था 9 / 10 9. राजस्थान में नहरों द्वारा सर्वाधिक सिंचाई कहाँ होती हैं ? श्रीगंगानगर ,हनुमानगढ़ जयपुर,दौसा जोधपुर ,पाली बीकानेर,नागौर Solution • राजस्थान में नहरों द्वारा सिंचाई होती है। राज्य में नहरों द्वारा सिंचाई सर्वाधिक श्रीगंगानागर ,हनुमानगढ़,जैसलमेर,कोटा,बूंदी,डूंगरपुर तथा बांसवाड़ा जिलों में होती हैं । • राजस्थान में तालाबों द्वारा सर्वाधिक सिंचाई भीलवाड़ा जिले में होती है । राजस्थान में तालाबों से सिंचाई का प्रचलन प्राचीन हैं । • कुएँ एवं नलकूप – राजस्थान में सिंचाई के प्रधान साधन है। राजस्थान में कुएँ परम्परागत सिंचाई का साधन है। कुओं एवं नलकूपों से सर्वाधिक सिंचाई भरतपुर, अलवर, उदयपुर, अजमेर आदि जिलों में होती हैं। 10 / 10 10. निम्नलिखित में से जल के गुण हैं – जल ऐसा पदार्थ है जो ठोस, द्रव और गैस तीनों अवस्था में पाया जाता है जल ज्वलनशील पदार्थ नहीं होता है शुद्ध जल पारदर्शी होता है उपर्युक्त तीनों Solution ♦ सामान्यतः जल के कई गुण हैं। जिनमें से कुछ मुख्य गुण निम्नलिखित हैं :- • जल ही ऐसा पदार्थ है जो तीनों अवस्था ठोस, द्रव और गैस में पाया जाता है। • जल ज्वलनशील पदार्थ नहीं होता है। • शुद्ध जल पारदर्शी होता है। • जल में बहुत से पदार्थ घुल जाते हैं, इसलिए इसे सर्व विलायक कहा जाता है। • शरीर को कोशिका (Cell) में पाए जाने वाले लगभग सभी मुख्य अवयव जल में घुल जाते हैं। • यह रंगहीन तथा स्वादहीन द्रव है, शुद्ध रूप में यह उदासीन है। इसका pH-7 है। Your score is 0% पुनः प्रारम्भ करे आपको यह क्विज कैसी लगी ….रेटिंग दे | धन्यवाद 😍 👇👇 Send feedback फ्री टेस्ट , नोट्स और अपडेट के लिए Join करे 👇👇 Join WhatsApp Join Now Join Telegram Join Now