REET LEVEL 1 गणित के पाठ्यक्रम में प्रासंगिकता | REET 1st Level 2025 | गणित | महत्वपूर्ण प्रश्न by RPSC | December 24, 2024 Facebook फ्री टेस्ट , नोट्स और अपडेट के लिए Join करे 👇👇 Join WhatsApp Join Now Join Telegram Join Now Report a question What’s wrong with this question? You cannot submit an empty report. Please add some details. /10 10 12345678910 गणित के पाठ्यक्रम में प्रासंगिकता | REET 1st Level 2025 | गणित | महत्वपूर्ण प्रश्न 🔴महत्वपूर्ण निर्देश 🔴 ✅ टेस्ट शुरू करने से पहले कृपया सही जानकारी भरे | ✅ सभी प्रश्नों को आराम से पढ़कर उत्तर दे | ✅सभी प्रश्नों का उत्तर टेस्ट पूर्ण करने पर दिखाई देगा | ✅ टेस्ट पूर्ण करने पर सभी प्रश्नों के उत्तर विस्तार से समझाया गया है | Name 1 / 10 1. ‘करीक्यूलम’ (Curriculum) शब्द की उत्पत्ति किस भाषा के शब्द ‘क्यूरेरे’ से हुई? स्पेनिश लैटिन जर्मन पुर्तगाली Solution · पाठ्यक्रम (Curriculum) शब्द की उत्पत्ति लैटिन भाषा के शब्द क्यूरेरे (currere) से हुई है। जिसका अर्थ दौड़ का मैदान। शिक्षा के क्षेत्र में पाठ्यक्रम की तुलना उस दौड़ के मैदान से की है। जिसको पार करके दौड़ने वाला (विद्यार्थी) अपने गन्तव्य स्थान तक पहुँचता है। पाठ्यक्रम एक व्यापक शब्द है। जिसमें पाठ्य विवरण (Syllabus) तथा विद्यालय वातावरण से सम्बन्धित प्रभावी एवं उपयोगी सम्पूर्ण विषय वस्तु का समावेश होता है। 2 / 10 2. कोठारी आयोग के अनुसार गणित के प्रचलित पाठ्यक्रम में कमियाँ है- गणित का वर्तमान पाठ्यक्रम अपूर्ण है। गणित का वर्तमान पाठ्यक्रम अनुपयुक्त है। गणित का वर्तमान पाठ्यक्रम बोझिल है। उपर्युक्त सभी Solution · कोठारी आयोग (1964-66) के अनुसार गणित के प्रचलित पाठ्यक्रम में मुख्य रूप से तीन कमियाँ हैं- 1. गणित को वर्तमान पाठ्यक्रम अपूर्ण है। इसमें विद्यार्थी के सम्पूर्ण अनुभवों का समावेश नहीं किया गया है। 2. गणित का वर्तमान पाठ्यक्रम अनुपयुक्त है।इसमें क्रियात्मक तथा रचनात्मक कार्यों का अभाव है। 3. गणित का वर्तमान पाठ्यक्रम बोझिल है। इसमें अपेक्षाकृत अधिक उपयोगी ज्ञान को सम्मिलित करने की आवश्यकता है। 3 / 10 3. शिक्षण का ‘मध्यस्थ’ चर है- शिक्षक अधिगमकर्ता पाठ्यक्रम उपर्युक्त सभी Solution शिक्षण के चर- · शिक्षक – चालक, वाहक, स्वतंत्र, प्रभुत्ववादी · अधिगमकर्ता – आश्रित, परतंत्र, परिधि · पाठ्यक्रम – मध्यस्थ, हस्तक्षेपी चर 4 / 10 4. गणित पाठ्यचर्या का निर्माण किस बिन्दु को ध्यान में रखकर नहीं करना चाहिए? गणित का पाठ्यचर्या अध्यापक केन्द्रित होना चाहिए। पाठ्यचर्या लचीली हो। विषय वस्तु को मनोवैज्ञानिक तथा तार्किक ढंग से व्यवस्थित करना। पाठ्यचर्या रुचि और अभिरुचिपूर्ण हो। Solution · गणित पाठ्यचर्या निर्माण निम्नलिखित बिन्दुओं को ध्यान में रखकर करना चाहिए- (1) गणित का पाठ्यचर्या छात्र केन्द्रित होनी चाहिए। (2) गणित की पाठ्यचर्या क्रिया प्रधान होनी चाहिए। (3) कठिनाई के स्तर को ध्यान में रखना। (4) गणित की पाठ्यचर्या जीवन से सम्बन्धित होनी चाहिए। (5) विषयों में सह-सम्बन्ध दर्शाना। 5 / 10 5. पाठ योजना का आविर्भाव किससे हुआ है? गेस्टाल्ट मनोविज्ञान से औद्योगिक मनोविज्ञान से परा मनोविज्ञान से नैदानिक Solution · पाठ योजना का आधार गेस्टाल्ट मनोविज्ञान है। गेस्टाल्टवाद के अनुसार संपूर्ण विभिन्न अंशों का मात्र योग नहीं होता, बल्कि अंशों के योग से भी कुछ अधिक होता है। 6 / 10 6. निम्नलिखित में से कौन-सा गणित पाठ्यक्रम निर्माण का सिद्धान्त नहीं है? व्यापकता तथा सन्तुलन का सिद्धान्त शिक्षक केन्द्रितता का सिद्धान्त सृजनात्मकता का सिद्धान्त उपयोगिता का सिद्धान्त Solution · गणित पाठ्यक्रम निर्माण के सिद्धान्त निम्नलिखित हैं – 1. सामाजिक एवं सांस्कृतिक मूल्यों के विकास का सिद्धान्त 2. उच्च कक्षाओं की आवश्यकता पूर्ति या तैयारी का सिद्धान्त 3. उपयोगिता का सिद्धान्त 4. सृजनात्मकता का सिद्धान्त 5. मनोवैज्ञानिक सिद्धान्त 6. लचीलेपन का सिद्धान्त 7. क्रियाशीलता का सिद्धान्त 8. व्यापकता तथा सन्तुलन का सिद्धान्त 9. समवाय का सिद्धान्त 7 / 10 7. गणित विषय का पाठ्यक्रम में महत्त्व है क्योंकि यह- विज्ञान विषयों के अध्ययन में सहायक है। तर्कात्मक सोच को विकसित करता है। व्यावहारिक जीवन में उपयोगी है। उपर्युक्त सभी Solution · गणित विषय का पाठ्यक्रम में महत्त्व है क्योंकि गणित विषय बच्चों में तार्किक दृष्टिकोण पैदा करता है जिससे बच्चों में अनेक मानसिक एवं बौद्धिक शक्तियों का विकास होता है। · गणित में सार्थक, अमूर्त, समुच्चयों एवं संरचनाओं का अध्ययन किया जाता है। · गणित के द्वारा हम योग, गुणा एवं सामान्यीकरण आदि संक्रियाओं का अध्ययन करते हैं। · गणित के सभी प्रत्यय, सूत्र, तथ्य आदि पूर्ण रूप से सही तथा स्पष्ट होते हैं। 8 / 10 8. निम्नलिखित में से किसे गणित पाठ्यक्रम व्यवस्था में सबसे उपयुक्त दृष्टिकोण माना जाता है? मनोवैज्ञानिक सामयिक सामयिक सर्पिल Solution सर्पिल विधि- इस विधि में एक विषय को अनेक छोटी-छोटी स्वतंत्र इकाइयों में विभाजित किया जाता है। जिन्हें विद्यार्थियों की मानसिक क्षमताओं को ध्यान में रखते हुए कठिनाई के क्रम में अध्ययन किया जाता है। · सर्पिल विधि में एक विषय का, कठिनाई के क्रमानुसार अनेक कक्षाओं या स्तरों पर अध्ययन किया जाता है। 9 / 10 9. गणित पाठ्यक्रम निर्माण के संदर्भ में निम्नलिखित में से कौन-सा पाठ्यक्रम निर्माण का सिद्धान्त उपयुक्त नहीं है? उच्च शिक्षा में उपयोगिता का सिद्धान्त बाल केंद्रीयता का सिद्धांत अक्रियाशीलता का सिद्धांत अक्रियाशीलता का सिद्धांत Solution · गणित पाठ्यक्रम निर्माण सिद्धांत- (i) सामाजिक एवं सांस्कृतिक मूल्यों के विकास का सिद्धांत (ii) उच्च कक्षाओं की आवश्यकताओं की पूर्ति का सिद्धांत (iii) उपयोगिता का सिद्धांत (iv) सृजनात्मकता का सिद्धांत (v) मनोवैज्ञानिक सिद्धांत (vi) बाल केंद्रीयता का सिद्धांत (vii) उच्च शिक्षा में उपयोगिता का सिद्धांत (viii) क्रियाशीलता का सिद्धांत (ix) व्यापकता का सिद्धांत (x) समवाय का सिद्धांत 10 / 10 10. किसने कहा है कि पाठ्यक्रम के बहुत से विषयों के बीच आमने-सामने का सम्बन्ध ही सह-सम्बन्ध है? फर्ग्यूसन जॉन लॉक वाकर एच.एम. इन्डकरस Solution · जॉन लॉक- पाठ्यक्रम के बहुत से विषयों के बीच सामने-सामने का सम्बन्ध ही सह-सम्बन्ध है। · वाकर एच.एम.- “सह-सम्बन्ध परिस्थितियों के मध्य आदान-प्रदान की क्रिया है।” Your score is 0% पुनः प्रारम्भ करे आपको यह क्विज कैसी लगी ….रेटिंग दे | धन्यवाद 😍 👇👇 Send feedback फ्री टेस्ट , नोट्स और अपडेट के लिए Join करे 👇👇 Join WhatsApp Join Now Join Telegram Join Now